लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। यूपी एसटीएफ की टीमें लखनऊ, हैदराबाद के अलावा गृह जनपद जौनपुर में उसकी तलाश में जुटी थी। अन्य जिलों की पुलिस भी संभावित स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी। धनंजय सिंह पर 25 हजार रु का इनाम था।
बताया जा रहा है कि धनंजय को डर सता रहा था कि अगर वह यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसका एनकाउंटर हो सकता है इसलिए उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। धनंजय सिंह पर मऊ जिले के गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने का आरोप है। यह हत्या लखनऊ के विभूतिखंड थाने के अंतर्गत हुई थी। इस मामले में अजीत के साथी मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था।
फिलहाल एमपी/एमएलए कोर्ट ने धनंजय सिंह को जेल भेज दिया है। अब इस मामले में 1 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी। कर्नलगंज पुलिस ने पूर्व सांसद को जेल भेजने से पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया।