हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार उर्फ मोहम्मद यूसुफ खान का 7 जुलाई 2021 को आज सुबह हिन्दूजा अस्पताल में 98 साल की उम्र मे निधन हो गया। दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 में पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। उनेक पिता पार्टीसन के बाद मुंबई आ बसे थे। जहां उन्होने हिन्दी फिल्मों में काम करना शुरू किया । दिलीप कुमार का पहले नाम यूसुफ खान था जिसे उन्होने बदलकर दिलीप कर लिया ताकि उन्हे हिंदी फिल्मों में ज्यादा पहचान और सफलता मिले। उनकी पहली फिल्म ‘ज्वार भाटा’ रही। जो 1944 में आई थी पर दिलीप को सफलता फिल्म ‘अंदाज’ से मिली। दिदार (1951) और देवदास (1955) जैसी फिल्मो में दुखद भूमिकाओं के मशहूर होने के कारण उन्हे ट्रेजिडी किंग की उपाधी मिली । 1998 में बनी फिल्म किला उनकी आखरी फिल्म थी ।
दिलीप कुमार का इलाज करने वाले डॉ. जलील पारकर ने मीडिया से बात करते हुए बताया, ‘हमने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की। हम चाहते थे कि वो 100 साल पूरे करे। सायरा बानो भी सुबह अस्पताल में थीं। उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उनके जैसा शख्स शायद ही कभी बॉलीवुड में पैदा होगा। उन्होंने देश का नाम दुनिया में रौशन किया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
बताते चले कि दिलीप कुमार ने अभिनेत्री सायरा बानो के साथ 1966 में विवाह किया। विवाह के समय दिलीप कुमार की उम्र 44 साल थी जबकि सायरा बानो की उम्र महज़ 22 साल थी । दिलीप कुमार ने दूसरी शादी असमा रहमान के साथ सन् 1980 में की पर उनकी यह शादी ज्यादा दिनों तर नही चली और 1982 में उन्होने तलाक ले लिया ।1980 में उन्हें सम्मानित करते हुए मुंबई का शेरिफ घोषित किया गया । इसके बाद 1995 मेें उन्हे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 1998 में उन्हें पाकिस्तानी सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ भी प्रदान किया गया।