नई दिल्ली। सावन भगवान शिव का महीना है। सावन में भगवान शिव की कृपा बनी रहे इसलिए लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं। इस माह के प्रतिदिन शिव का पूजन करना पुण्यदाय ही नहीं सुखदाई भी होता है, लेकिन इस महीने यदि खानपान का विशेष ध्यान नहीं रखा गया तो आप का पूजन व्यर्थ ही नहीं होगा बल्कि सेहत भी खराब कर देगा।
इस महीने भोजन को प्रसाद की तरह खाना चाहिए न की स्वाद से वशीभूत होकर। भविष्य पुराण के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखना भी मानव धर्म है क्योंकि निरोगी काया वाला व्यक्ति ही समाज और धर्म को प्रगति के मार्ग पर ले जा सकता है। सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कुछ भोज्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाएं गए हैं जिन्हे बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए वर्ना स्वास्थ्य तो खराब होगा ही भगवान शिव भी नाराज हो जाएंगे।
सावन में मांस-मदिरा, प्याज और लहसुन का सेवन तो कदापि नहीं करना चाहिए। यह अध्यात्म के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न करते हैं। इनके सेवन से लोक ही नहीं परलोक भी बिगड़ जाता है। साग खाना सेहत के लिए गुणकारी होता है केवल सावन माह में इसके सेवन से हानि होती है। बैंगन को धर्म शास्त्रों में अशुद्घ माना गया है। इन दोनों को खाने के पीछे वैज्ञानिक आधार यह है कि सावन में इनमें कीड़े पड़ जाते हैं। जिससे सेहत को नुक्सान होता है। इसके अलावा सावन में दूध पीना भी वर्जित होता है।