नई दिल्ली। सावन का महीना शुरू हो गया है। यह महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय होता है ऐसे में जो भक्त श्रद्धा पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं उनकी हर मनोकामना जरूर पूरी होती ही है, लेकिन इस महीने में खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो आपका पूजन तो व्यर्थ होगा ही साथ ही सेहत भी खराब कर देगा। इस महीने भोजन को प्रसाद की तरह ग्रहण करना चाहिए न की स्वाद से वशीभूत होकर। सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कुछ भोज्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाएं गए हैं जिन्हे बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। दरअसल ये वात को बढ़ाती हैं। इसके अलावा मानसून के दिनों में इनमें बैक्टेरिया और कीड़े भी देखे जा सकते हैं। इसलिए सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की मनाही है।
सावन के महीने में बैंगन नहीं खाया जाता। ऐसा माना जाता है कि बैंगन अशुद्ध है। इसके अलावा कार्तिक में भी बैंगन नहीं खाया जाता। अगर दूसरा पक्ष देखा जाए तो बारिश के दौरान बैंगन में कीड़े ज्यादा लग जाते हैं जो नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सावन के दौरान दूध और डेयरी प्रॉडक्ट जैसे दूध, दही पनीर, कच्चा दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। ये भी कहा जाता है कि सावन में कढ़ी नहीं खानी चाहिए। ये चीजें वात दोष बढ़ा देते हैं जिससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकता हैं। इन सभी चीजों को भगवान को तो अर्पित करनी चाहिए लेकिन इनका सेवन नहीं करना चाहिए।