नई दिल्ली। इंग्लैंड ने टी20 विश्वकप 2022 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। इंग्लैंड ने मेलबर्न में खेले गए मुकाबले में बेन स्टोक्स के शानदार खेल के बूते पाक को 5 विकेट से हराया। पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 138 रनों का लक्ष्य दिया था. इसके जवाब में इंग्लैंड ने 5 विकेट के नुकसान पर मैच जीत लिया। इंग्लैंड ने दूसरी बार टी20 विश्वकप के खिताब पर कब्जा किया है।
फाइनल मुकाबले की बात करें तो टॉस हारकर पहले खेलने उतरी पाकिस्तान की बल्लेबाजी शुरुआत से ही लड़खड़ाती नजर आई। मोहम्मद रिजवान को सैम करन ने क्लीन बोल्ड कर पाकिस्तान को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद मोहम्मद हारिस भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और 8 रन पर आदिल रशीद का शिकार बने। इसके बाद बाबर आजम एक छोर पर डटे थे लेकिन आदिल रशीद ने उन्हें भी ज्यादा देर नहीं टिकने दिया और अपनी ही गेंदबाजी में 32 के स्कोर पर पाकिस्तानी कप्तान को पवेलियन भेज दिया।
शान मसूद एक छोर पर डटे रहे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिर रहे थे। इफ्तिखार अहमद खाता भी नहीं खोल पाए। 14 गेंदों पर 20 रनों की पारी खेल शादाब खान ने मसूद का साथ दिया और 5वें विकेट के लिए 36 रन जोड़े। लेकिन इसके बाद बैक टू बैक विकेट से पाकिस्तानी टीम उभर नहीं पाई। 20 ओवर की समाप्ति पर पाकिस्तान का स्कोर 8 विकेट पर 137 रन रहा। 138 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले ओवर में ही पिछले मैच के हीरो एलेक्स हेल्स को 1 रन पर शाहीन अफरीदी ने क्लीन बोल्ड कर दिया।
एक छोर पर कप्तान जोस बटलर ने पारी को संभाले रखा और 17 गेंदों पर 26 रनों की पारी खेली। फिल सॉल्ट भी 10 रन बनाकर पारी को आगे नहीं बढ़ा पाए। हारिस रऊफ ने बैक टू बैक इंग्लैंड को दो झटके देकर पॉवरप्ले में तीन अंग्रेज खिलाड़ियों को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद हैरी ब्रुक (20) ने बेन स्टोक्स का साथ दिया और चौथे विकेट के लिए 39 रनों की साझेदारी की। इसके बाद ब्रुक शादाब खान का शिकार बने, लेकिन स्टोक्स जब तक डटे रहे पाकिस्तान की उम्मीदें खतरे में रहीं।
16वां ओवर फेंकने आए शाहीन अफरीदी जो चोट के कारण ओवर पूरा नहीं कर सके और सिर्फ एक गेंद फेंकी। इसके बाद उनका ओवर पूरा करने आए इफ्तिखार अहमद जिन्होंने पांच गेंदों पर 13 रन दिए जिसमें स्टोक्स ने एक चौका और एक छक्का जड़ते हुए पाकिस्तान की उम्मीदों को धूमिल कर दिया। आखिरी 4 ओवर में इंग्लैंड को चाहिए थे 28 रन। यहां से इंग्लैंड को मोमेंटम मिला और मोईन अली ने भी मोर्चा संभाल लिया। स्टोक्स ने 49 गेंदों पर 52 रनों की मैच विनिंग पारी खेली और इंग्लैंड को 19 ओवर में ही लक्ष्य तक पहुंचाते हुए विश्व चैंपियन बनाया।