यूरोपः तीन बार का रिकॉर्ड चैंपियन स्पेन और एक बार का विजेता इटली जब एक बार फिर मैदान में आमने-सामने होकर टकराएंगे । तब ये टक्कर देखने लायक होगी । ये दोनों टीमे नौ साल बाद फाइनल का टिकट कटाने मैदान में उतरेंगी। यह दोनों टीमें 2012 में फाइनल में पहुंची थी जहां इटली को स्पेन के हाथों 0-4 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
उसके बाद से दोनों टीमें पहली बार किसी प्रमुख टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंची हैं। इटली अब नौ साल पहले मिली उस हार का भी हिसाब बराबर करना चाहेगा। दोनों टीमों अभी तक टूर्नामेंट में अजेय हैं। इटली ने जहां अपने सभी मैच जीते वहीं स्पेन ने पांच में से तीन जीते और दो ड्रॉ रहे हैं।
स्पेन का 100 फीसद है सेमीफाइनल का रिकॉर्ड और दोनों टीमें पांचवीं बार सेमीफाइनल में पहुंची हैं। स्पेन की टीम यूरो कप के सेमीफाइनल में कभी हारी नहीं है। वह अपना सौ फीसद रिकॉर्ड कायम रखना चाहेगी। वह पिछले (1964, 1984, 2008, 2012) चारों मुकाबले जीती है। वहीं इटली पिछले (1968, 1988, 2000, 2012) चार में से एक (1988) हारा है।
वहीं बात अगर दूसरी टीम इटली की करे तो वो भी तीन साल से नही हारी है- इटली पिछले 32 मैचों से अजेय है जोकि राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। इस दौरान उसने 28 जीते और 4 ड्रॉ रहे हैं। इटली को पिछली हार सिंतबर 2018 में नेशंस लीग में पुर्तगाल के हाथों 0-1 से मिली थी।