लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी दल या व्यक्ति को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कहने का अधिकार है। नियमानुसार अगर उन्होंने अनुमति मांगी होगी, तो पुलिस उन्हें सही मार्ग अवश्य देगी। इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल और संगठन का यह दायित्व है कि किसी आंदोलन के लिए अनुमति मांगनी चाहिए। वैसे समाजवादी पार्टी से किसी शिष्टाचार की अपेक्षा रखना कपोल कल्पना है।
यह बातें उन्होंने विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ की आबादी के हित के लिए डबल इंजन की सरकार लगातार कार्य कर रही है, बिना भेदभाव के सरकार समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ प्रदान कर रही है। विभिन्न चुनौतियों के बावजूद अभाव और अराजकता की उत्तर प्रदेश के अंदर कोई जगह नहीं हैं। जनहित के सभी कार्यक्रमों को पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इस अवसर पर विधानमंडल की कार्यवाही में भाग लेने आ रहे सभी सदस्यों का मैं हृदय से स्वगत करता हूं। उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता की जन आकांक्षाओं और अपेक्षा को सदन में रखकर उन समस्याओं के माध्यम से अपनी संवेदना जोड़ने का अवसर सभी सदस्यों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमें कोरोना जैसी महामारी पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने में सफलता मिली है।
सीएम योगी ने कहा कि विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद में सभापति ने 22 सितंबर का दिन सभी महिला सदस्यों के लिए निर्धारित किया है। महिला सशक्तिकरण, सम्मान, सुरक्षा और स्वाबलंबन के लिए डबल इंजन की सरकार ने क्या कदम उठाए हैं, आगे क्या अपेक्षाएं हैं एक दिन केवल इसी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए रखा गया है।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार प्रदेश में कोरोना रोधी वैक्सीन की 38 करोड़ से भी अधिक खुराक उपलब्ध कराने में सफल रही है। ऐहतियाती खुराक में भी चार करोड़ के आस-पास पहुंचने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर किसी भी आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ के गठन के माध्यम से बेहतरीन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही आपदा में कम से कम जनधन की हानि हो, इस पर भी सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ और सूखा समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने का माध्यम सदन है। हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। यह बात हमने कल दलीय नेताओं की बैठक में भी कहा कि सदन की कार्यवाही को बेहतरीन तरीके से संचालित की जाए और प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा हो। सदस्यों द्वारा उठाए जाने वाले किसी भी मुद्दे पर सरकार अपना पक्ष मजबूती के साथ रखेगी। मुझे विश्वास है कि सदस्य मानसून सत्र में हिस्सा लेकर और बिना किसी रुकावट के कार्यवाही को संचालित करते हुए जनता से जुड़े सार्थक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।