शंभू बॉर्डर। किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 10 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। शनिवार को शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का जत्था एक बार फिर दिल्ली के लिए रवाना होगा। इससे पहले किसानों को पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक लिया था। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर बॉर्डर पर भारी फोर्स तैनात किया गया है। अंबाला में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए।
बजरंग पूनिया भी होंगे प्रदर्शन में शामिल
किसानों के प्रदर्शन में कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया भी शामिल होने शंभू बॉर्डर जा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है। बजरंग ने वीडियो शेयर कर लिखा “किसानों के साथ शंभू मोर्चे के लिए निकल चुका हूं। जो भी किसान साथ चलना चाहता है वो अपने नज़दीकी टोल प्लाजा पर काफ़िले से जुड़ सकता है।” वहीं अंबाला के डिप्टी कमिश्नर पार्थ गुप्ता ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली है। अगर आपके (किसानों) पास जरूरी अनुमति है, तो आप आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन अगर नहीं है, तो हमें आपको रोकना होगा।
अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बंद
किसानों के प्रदर्शन को लेकर अंबाला में 14 दिसंबर सुबह छह बजे से 17 दिसंबर रात 11:59 बजे तक इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं। हरियाणा के गृह विभाग ने इसका आदेश जारी किया है। वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि आज विरोध प्रदर्शन का 307वां दिन है। बता दें कि एमएसपी की कानून गारंटी समेत कई मांगों को लेकर 10 महीने से धरने पर बैठे किसानों को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो गांधीवादी तरीके से विरोध करें। साथ ही कोर्ट ने केंद्र और पंजाब सरकार से कहा कि वे धरना दे रहे किसानों को मनाकर शंभू बॉर्ड खाली कराएं।