नई दिल्ली। तालिबान की अफगानी जनता पर ज्याक्तियों की ख़बरें लगातार सामने आ रही हैं। महिलाओं को ले कर दकियानूसी सोच रखने वाला तालिबान रोज़ महिलाओं के खिलाफ कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में अब तालिबान सरकार ने महिला मंत्रालय में ताला लटका दिया है। बीते दिन महिलाओं के ‘महिला मामलों के मंत्रालय’ में प्रवेश पर रोक लगाई गई थी, जिसपर महिला कर्मचारियों का गुस्सा उमड़ा था। महिलाओं ने इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया था।
बता दें कि अब महिला मंत्रालय को बंद कर उसकी जगह पर मिनिस्ट्री ऑफ़ प्रमोशन वर्च्यू एंड प्रिवेंशन ऑफ़ वाइस का गठन कर दिया है। इस मंत्रालय के ज़रिये ‘मोरल पोलिसिंग’ का काम किया जाएगा। बता दें कि 1996 की तालिबानी सरकार में भी महिलाओं को इसी मंत्रालय के अंतर्गत बंदिशों में रखा जाता था। अब तकरीबन 20 साल बाद फिर महिलाओं पर इस मंत्रालय के ज़रिए शरिया कानून थोपा जाएगा। इस मंत्रालय का काम जनता को अनुशासित करना होगा। इसके माध्यम से फरमान जारी किए जाएंगे।
महिला मंत्रालय में काम करने वाली महिलाऐं हुईं बेरोज़गार
इस फैसले से महिला मंत्रालय में काम करने वाली महिलाऐं बेरोज़गार हो गई हैं। उन्होंने इस बात को ले कर चिंता जताई है। उनकी परेशानी का कारण ये है की वो अपने परिवार में अकेली कमाने वाली हैं, और अब उनकी आर्थिक स्थिति ख़राब हो जाएगी। पहले केवल उनके मंत्रालय में आने पर रोक लगाई गई थी, पर अब तो मंत्रालय को बंद ही कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक तालिबानी सरकार ने लड़कियों को पढ़ने की अनुमति दी थी, लेकिन स्कूलों को खोलने के बाद उनकी पढ़ाई पर कोई खास फैसले नहीं लिए गए हैं।