उत्तर प्रदेशः आगरा के कोतवाली क्षेत्र के कूचा साधूराम मोहल्ले में रेखा और उसके तीन बच्चों का कातिल कोई और नहीं बल्कि उन्हीं का भाई संतोष निकला। मंगलवार को जब पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया, तो मोहल्ले के लोग हैरान रह गए। उसने रेखा और उसके तीन बच्चों की हत्या बेहद क्रूरता से की थी। हत्याकांड के बाद कूचा साधूराम के लोग भी दहशत में आ गए थे।
जिन हाथों में रेखा रक्षाबंधन पर राखी बांधा करती थी, उन्हीं हाथों ने उसकी और बच्चों की हत्या कर दी, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। हत्याकांड के खुलासे के बाद रेखा के पिता विनोद ने कहा कि वह अब संतोष और उसके साथियों को फांसी से बढ़कर सजा दिलाना चाहते हैं। उन्होंने संतोष के परिवार से नाता तोड़ लिया है।
रेखा के पिता विनोद राठौर छत्तीसगढ़ में रह रहते थे। रेखा अपने चाचा के घर में पली थी। उसकी शादी दादी ने की थी। उसका दो साल पहले पति सुनील से तलाक हो गया था। वह तीन बच्चों वंश उर्फ टुकटुक, पारस और माही के साथ रह रही थी। 22 जुलाई की सुबह चारों के शव घर में मिले थे।
विनोद ने बताया कि संतोष उनकी बुआ के बेटे का लड़का है। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा है। रेखा और संतोष की उम्र लगभग बराबर है। घर भी आसपास ही हैं। इस कारण रेखा और संतोष बचपन में साथ ही खेलते थे। रेखा संतोष को राखी बांधने लगी। पति से अलग होने के बाद उसने संतोष को अपने घर आने की अनुमति दे रखी थी। वह उस पर भरोसा करती थी। मगर, पुलिस ने जब खुलासा किया तो हर कोई सन्न रह गया।अब एक ही बात चाहते हैं कि आरोपियों को फांसी से भी बढ़कर सजा दी जाए। परिवार के अन्य लोगों का भी यही कहना है।
घटना के पहले दिन से ही यही अंदाजा पुलिस ने जताया था कि हत्याकांड को किसी परिचित ने ही अंजाम दिया है। बुधवार दोपहर से ही रेखा का घर खुला हुआ था। मगर, कोई पड़ोसी घर में नहीं गया था। बृहस्पतिवार को घर के अंदर जाने पर सभी को पता चला था। जब मोहल्ले के लोगों को रिश्ते के भाई के हत्या करने के बारे में पता चला तो वो भी सन्न रह गए। सभी ने यही कहा कि मां और बच्चों की हत्या करने वालों को कड़ी सजा मिले।