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कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड जफ़र हयात हाशमी गिरफ्तार, पूछ्ताछ जारी

कानपुर। कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बता दें कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में अचानक हिंसा भड़क गई थी। इस मामले में अब पुलिस ने जफर हयात हाशमी को मुख्य आरोपी करार दिया है। प्राथमिकी में जफर हयात हाशमी का नाम सबसे पहले रखा गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए। हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे।

बता दें कि कानपुर में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि हालात को कंट्रोल कर लिया गया है। खास बात ये है कि, माहौल उस वक्त बिगड़ा जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर में मौजूद थे। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस हिंसा को लेकर काफी गंभीर दिख रहे हैं। सीएम योगी ने सख्त निर्देश देते हुए हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनकी ढंग से खातिरदारी भी की है। इसके कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। जिसमें दंगाई पुलिस से खुद को छोड़ देने की मिन्नतें करते नजर आ रहे हैं।
प्रदेश के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि एक पक्ष द्वारा दुकानें बंद कराने का प्रयास किया जा रहा था, जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया। इसी बात को लेकर पत्थरबाजी हुई। दरअसल, कट्टरपंथी दिल्ली बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद को लेकर दिए गए कथित बयान से नाराज हैं। इसी लेकर उन्होंने शुक्रवार को बंद का आह्वान किया था। जब दूसरे पक्ष ने बंद से मना कर दिया तो मुस्लिम उपद्रवी पत्थरबाजी करने लगे। यह बवाल परेड, नई सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में फैल गया। पुलिस ने जब दंगाइयों को रोकने की कोशिश की तो उस पर भी जमकर पत्थर बरसाए गए। इस हमले में 6 हिंदू घायल हो गए हैं।

ADG प्रशांत कुमार ने कहा कि इस घटना को शासन ने बहुत गंभीरता से लिया है। उपद्रवियों पर गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, या तो उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी या फिर उन्हें ध्वस्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस की 12 कंपनी और एक प्लाटून PAC कानपुर के विभिन्न इलाकों में तैनात की गई है। इसके साथ ही कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को भी तैनात किया गया है।एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। इसके लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। वीडियो फुटेज के आधार पर अब तक 36 लोगों की पहचान करके गिरफ्तारी की गई है। वहीं, घटना में घायल हुए लोगों का इलाज कराया जा रहा है।

 

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH