कासगंज| उत्तर प्रदेश के कासगंज में शराब माफिया के हमले में एक सिपाही की मौत के बाद सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा की आरोपियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायल इंस्पेक्टर का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है और कांस्टेबल के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
उधर, इस सनसनीखेज वारदात के बाद बुधवार तड़के सुबह पुलिस की बड़ी कार्रवाई की और मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई को ढेर कर दिया। मारे गए आरोपी का नाम एलकार है। सिढपुरा थाना क्षेत्र में काली नदी के किनारे नगला भिकारी के पास ये मुठभेड़ हुई है। इस दौरान शराब तस्करों और पुलिस के बीच हुई गोली बारी भी हुई है। मारा गया एलकार भी हत्याकांड में आरोपी था।
उधर, घटना के बाद पूरे गांव को घेरकर तलाशी अभियान जारी है। घटना में 4-6 लोग शामिल बताए जा रहे हैं। दरोगा अशोक पाल का असलहा नहीं मिला है। यूपी सरकार ने शहीद सिपाही के आश्रित को नौकरी और परिवार को 50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। शहीद सिपाही देंवेंद्र आगरा के रहने वाले थे। वो अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे। साल 2016 में उनकी शादी हुई थी। देवेंद्र की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी तीन साल की है जबकि छोटी बेटी सिर्फ 4 महीने की। देवेंद्र के पिता किसान हैं और अब शराब माफियाओं ने उनके बुढ़ापे की लाठी भी छीन ली है.