यूनेस्को धरोहर घोषित मंदिर में सात दिवसीय 49वां खजुराहो नृत्य महोत्सव भरतनाट्यम और कथक के साथ शुरू होगा। खजुराहो नृत्य महोत्सव का वार्षिक आयोजन उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी और संस्कृति निर्देशालय द्वारा पर्यटन विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सहयोग से किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश कला परिषद द्वारा खजुराहो नृत्य महोत्सव प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यह 2010 से शुरू हुआ और 1 फरवरी से 7 फरवरी तक मनाया जाता है। 47वें खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ शनिवार को हुआ।
समारोह में पद्मश्री गीता चंद्रन के भरतनाट्यम से सजी शाम से विश्व धरोहर गुंजायमान हो गई। अनुभूति के बीच रोशनी से नहाए मुक्ताकाश मंच और मंदिर की आलौकिक छवि नजर आई। इसके बाद दीपक महाराज के कत्थक ने समारोह में चार चांद लगा दिए। 26 फरवरी तक चलने वाले इस समारोह का शुभारंभ पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया। संस्कृति विभाग के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी, संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित समारेाह में भारतीय शास्त्रीय नृत्य विधाओं पर आधारित प्रस्तुतियां होंगी।
भरतनाट्यम नृत्य जानकी रंगराजन द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि कथक-भरतनाट्यम क्रमशः धीरेंद्र तिवारी, अपराजिता शर्मा और कथक प्राची शाह द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
खजुराहो नृत्य महोत्सव का आयोजन हर साल की तरह 20 से 26 फरवरी 2023 तक किया जाएगा। यह एक सप्ताह की अवधि का त्यौहार खजुराहो मंदिरों के पास मनाया जाता है।
यह कार्यक्रम हर साल मध्य प्रदेश कला परिषद द्वारा आयोजित किया जाता है। भारत के शास्त्रीय नृत्यों को पूरे भारत से आने वाले प्रसिद्ध नर्तक करते हैं।
बड़ी संख्या में आते हैं नृत्य के प्रदर्शन को देखने प्रेमी
श्रीलक्ष्मी गोवर्धनन (कुचिपुड़ी), मैथिल देविका और मंडली (मोहिनीअट्टम) और वैभव आरेकर और मंडली (भरतनाट्यम), प्रतिमा सुरेश (सत्रिया नृत्य), हिमांशी कटरागड्डा और आरती नायर (कुचिपुड़ी-भरतनाट्यम जुगलबंदी) और कदंबा सेंटर फॉर डांस (कथक नृत्य) का प्रदर्शन 21 और 22 फरवरी 2023 को आयोजित किया जाएगा।
छतरपुर। यूनेस्को धरोहर घोषित मंदिर में सात दिवसीय 49वां खजुराहो नृत्य महोत्सव भरतनाट्यम और कथक के साथ शुरू होगा। खजुराहो नृत्य महोत्सव का वार्षिक आयोजन उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी और संस्कृति निर्देशालय द्वारा पर्यटन विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सहयोग से किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश कला परिषद द्वारा खजुराहो नृत्य महोत्सव प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यह 2010 से शुरू हुआ और 1 फरवरी से 7 फरवरी तक मनाया जाता है। 47वें खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ शनिवार को हुआ।
समारोह में पद्मश्री गीता चंद्रन के भरतनाट्यम से सजी शाम से विश्व धरोहर गुंजायमान हो गई। अनुभूति के बीच रोशनी से नहाए मुक्ताकाश मंच और मंदिर की आलौकिक छवि नजर आई। इसके बाद दीपक महाराज के कत्थक ने समारोह में चार चांद लगा दिए। 26 फरवरी तक चलने वाले इस समारोह का शुभारंभ पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया। संस्कृति विभाग के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी, संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित समारेाह में भारतीय शास्त्रीय नृत्य विधाओं पर आधारित प्रस्तुतियां होंगी।
भरतनाट्यम नृत्य जानकी रंगराजन द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि कथक-भरतनाट्यम क्रमशः धीरेंद्र तिवारी, अपराजिता शर्मा और कथक प्राची शाह द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। खजुराहो नृत्य महोत्सव का आयोजन हर साल की तरह 20 से 26 फरवरी 2023 तक किया जाएगा। यह एक सप्ताह की अवधि का त्यौहार खजुराहो मंदिरों के पास मनाया जाता है। यह कार्यक्रम हर साल मध्य प्रदेश कला परिषद द्वारा आयोजित किया जाता है। भारत के शास्त्रीय नृत्यों को पूरे भारत से आने वाले प्रसिद्ध नर्तक करते हैं।
बड़ी संख्या में आते हैं नृत्य के प्रदर्शन को देखने प्रेमी
श्रीलक्ष्मी गोवर्धनन (कुचिपुड़ी), मैथिल देविका और मंडली (मोहिनीअट्टम) और वैभव आरेकर और मंडली (भरतनाट्यम), प्रतिमा सुरेश (सत्रिया नृत्य), हिमांशी कटरागड्डा और आरती नायर (कुचिपुड़ी-भरतनाट्यम जुगलबंदी) और कदंबा सेंटर फॉर डांस (कथक नृत्य) का प्रदर्शन 21 और 22 फरवरी 2023 को आयोजित किया जाएगा।
इन महत्वपूर्ण आयोजनों को होगा समागम
रामली इब्राहिम द्वारा ओडिसी नृत्य और मंडली, संजुक्ता सिन्हा और तेजस्वनी साठे द्वारा कथक और मंडली, आकाश मलिक और रुद्र प्रसाद राय द्वारा कथकली।
23 और 24 फरवरी को शाश्वती गराई घोष द्वारा ओडिसी और बाला विश्वनाथ और प्रफुल्ल सिंह गहलोत द्वारा कथक-भरतनाट्यम प्रस्तुत किया जाएगा।
जननी मुरली का भरतनाट्यम, वैजयंती काशी और साथी का कुचिपुड़ी समूह नृत्य, निवेदिता पांड्या और सौम्या बोस का कथक ओडिसी जुगलबंदी और गजेंद्र कुमार पांडा-त्रिधारा का ओडिसी समूह नृत्य 24 फरवरी 2023 को आयोजित किया जाएगा।