मुंबई। किरण राव और आमिर खान की फिल्म ‘लापता लेडीज’ को Oscar 2025 में ऑफिशियल एंट्री मिल गई है। ‘लापता लेडीज’ किरण राव की दूसरी डायरेक्टोरियल फिल्म है। यह मूवी उनका ड्रीम प्रोजेक्ट रही है, जिस पर लंबे समय से काम कर रही थीं। वहीं, ‘लापता लेडीज’ के कारण उन्होंने 13 साल बाद डायरेक्शन के क्षेत्र में हाथ आजमाया। फिल्म देखने वालों ने उनके काम की तारीफ की। वहीं, हाल ही में किरण ने कहा था कि उनका सपना है कि इस फिल्म को ऑस्कर 2025 में एंट्री मिले और अब उनका यह ड्रीम पूरा हो चुका है।
29 भारतीय फिल्मों को पीछे छोड़ा
लापता लेडीज का चयन 29 भारतीय फिल्मों में से हुआ है। जिनमें संदीप रेड्डी वांगा की ‘एनिमल’, मलयालम फिल्म ‘आत्तम’ और विक्की कौशल की ‘सैम बहादुर’ समेत 29 फिल्में शामिल थीं। असमिया निर्देशक जाह्नु बरुआ की अध्यक्षता वाली 13 सदस्यीय चयन समिति ने सर्वसम्मति से आमिर खान और राव की निर्मित ‘लापता लेडीज’ को अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फिल्म श्रेणी में शामिल करने का फैसला लिया। इस लिस्ट में तमिल फिल्म ‘महाराजा’, ‘कल्कि 2898 एडी’, ‘हनुमान’, ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ और ‘आर्टिकल 370’ शामिल थीं।
‘लापता लेडीज’ दो महिलाओं की कहानी है, जो शादी के बाद लापता हो जाती हैं। इस फिल्म की कहानी सूरजमुखी गांव में रहने वाले दीपक (स्पर्श श्रीवास्तव) से शुरू होती है, जो अपनी नई ब्याही पत्नी फूल (नितांशी गोयल) को उसके गांव से विदाकर पहली बार ससुराल ले जा रहा होता है। लेकिन गलती से फूल ट्रेन में छूट जाती है और दीपक गलती से किसी और महिला (प्रतिभा रांटा) को लेकर आ जाता है। इसके बाद इनकी जिंदगी में कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिसे देख दर्शकों की हंसी छूटती है, मगर किरदार के होश उड़ जाते हैं।