नई दिल्ली। आपने टीवी पर महाभारत सीरियल जरूर देखा होगा। महाभारत के महाकाव्य से अब तक कई कहानियां अलग अलग तरीके से छोटे और बड़े परदे पर आ चुकी हैं। रेडियो के जरिये इसे सुना भी जा चुका है लेकिन फिर भी लोगों को हर बार महाभारत को लेकर नई उत्सुकता रहती है। महाभारत के युद्ध में पांडवों की जीत हुई थी और कौरवों की बुरी तरह हार। कुरुक्षेत्र में लड़ा गया महाभारत का युद्ध भयंकर युद्ध था। इससे भारत का पतन हो गया। इस युद्ध में संपूर्ण भारतवर्ष के राजाओं के अतिरिक्त बहुत से अन्य देशों के राजाओं ने भी भाग लिया और सब के सब वीरगति को प्राप्त हो गए। लाखों महिलाएं विधवा हो गईं।
क्या आपको पता है महाभारत के युद्ध में जो योद्धा मारे गए उनके शरीर के साथ क्या हुआ। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि महाभारत युद्ध में कुल 1 अरब, 66 करोड़, 20 हजार योद्धा मारे गए। ये बात खुद युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र को बताई थी। जिसके बाद धृतराष्ट्र के कहने पर युधिष्ठिर ने सभी का अंतिम संस्कार करवाया।
दरअसल युद्द जीतने के बाद सभी पांडव श्रीकृष्ण के साथ धृतराष्ट्र और गांधारी से मिलने पहुंचे। यहां धृतराष्ट्र ने भीम को मारने की कोशिश की लेकिन श्री कृष्ण ने धृतराष्ट्र के सामने एक पुतला रखकर अपनी समझ-बूझ से उनकी जान बचा ली। इसके बाद महर्षि वेदव्यास के कहने पर युधिष्ठिर सभी को साथ लेकर कुरुक्षेत्र गए। यहां पहुंचकर धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर से युद्ध में मारे गए योद्धाओं की संख्या पूछी तो उन्होंने बताया कि इस युद्ध में 1 अरब, 66 करोड़, 20 हजार योद्धा मारे गए हैं।
युद्ध में मारे गए योद्धाओं के बारे में जानकर धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर को उन सभी का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा। युधिष्ठिर ने कौरवों के पुरोहित सुधर्मा और अपने पुरोहित धौम्य को तथा संजय, विदुर, युयुत्यु आदि लोगों को युद्ध में मारे गए सभी योद्धाओं का शास्त्रोत अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया।