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शहीद लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की 10 दिन पहले हुई थी सगाई, पिता बोले- बेटे की बहादुरी पर देश को गर्व

अहमदाबाद। गुजरात में जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटना में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का शुक्रवार को हरियाणा के रेवाड़ी में पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया गया। अंतिम सफर पर निकले सिद्धार्थ यादव के दर्शन करने के लिए उनकी मंगेतर भी गांव भालकी माजरा पहुंचीं। सिद्धार्थ यादव की 23 मार्च को ही सगाई हुई थी। 2 नवंबर को दोनों की शादी होनी थी। शहीद सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर देखते ही सोनिया जोर-जोर से रोने लगीं। वह रोते हुए कह रही थीं कि बेबी तू आया नहीं मुझे लेने.. तू बोलकर गया था कि तुझे लेने आऊंगा। जिसने भी सिद्धार्थ के मंगेतर को रोते हुए देखा उसकी आंखें भर आईं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया है। यादव बुधवार रात जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास विमान दुर्घटना में शहीद हो गए थे। पायलट पूर्व सैनिकों के परिवार से थे। उनके पिता सुशील भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके थे तथा उनके दादा और परदादा भी सेना में रहे थे।

अपनी जान देकर शहीद सिद्धार्थ ने बचा ली कईयों की जिदंगियां

शहीद लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव 2 अप्रैल की रात को रूटीन प्रैक्टिस के लिए जामनगर एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान पर निकले थे जिसमें उनके साथ उनके साथी मनोज कुमार सिंह थे। उड़ान के बीच विमान में कुछ तकनीकी खराबी का पता चला, सिद्धार्थ ने काफी कोशिश की कि वह एक सुरक्षित लैंडिंग करा दें लेकिन थोड़ी ही देर में उन्हें ये समझ आ गया कि प्लेन का क्रैश होना निश्चित है। यह जानने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने साथी को सुरक्षित बाहर निकाला और अपनी पूरी सूझ बूझ के साथ विमान को घनी आबादी वाले क्षेत्र से दूर एक खाली जगह पर ले गए जहां उनका प्लेन क्रैश हो गया और वह शहीद हो गए। उन्होंने अपने अंतिम समय में भी अपने बारे में न सोचकर हजारों लोगों की जान बचाई। लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की बहादुरी पर पूरे देश को उनपर गर्व है।

सिद्धार्थ यादव के पिता सुशील यादव ने कहा, ‘वह एक मेधावी छात्र था। हमें उसपर हमेशा गर्व रहेगा। मेरे पिता और दादा भी सेना में ही थे। मैं भी एयरफोर्स में था। मुझे उस पर गर्व है। उसने एक जान बचाते हुए अपनी जान गंवाई है। दुख इस बात का है कि वो मेरा इकलौता बेटा था।’ सिद्धार्थ की एक छोटी बहन भी है। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के पिता ने बताया कि उनकी पिछले सप्ताह 23 मार्च को सगाई हुई थी और 31 मार्च को जामनगर एयरफोर्ट स्टेशन पहुंचे थे। 2 नवंबर को सिद्धार्थ की शादी होनी थी। उन्होंने आगे बताया कि भारतीय वायुसेना के पायलट पुणे के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कोर्स 135 से थे, जिसके लिए उन्होंने जनवरी 2016 में नामांकन कराया था। उन्होंने आगे कहा, ‘कमांडिंग एयर ऑफिसर ने कल रात 11 बजे के आसपास फोन किया और इस दुर्घटना के बारे में हमें बताते हुए कहा कि एक एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ है और एक पायलट को रेस्क्यू कर लिया गया है और दूसरे पायलट हमारे बेटे की मौत हो गई है।

 

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH