अहमदाबाद। गुजरात के मोरबी में माछू नदी पर बना पुल टूट जाने से अब तक 143 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बड़ी संख्या में लोग अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ ने अबतक 180 लोगों को बचाया है। बताया जा रहा है कि जिस समय ये हादसा हुआ पुल पर करीब 800 लोग मौजूद थे जबकि इसकी क्षमता 100 लोगों की ही थी।
इस बीच खबर मिली है कि इस हादसे में राजकोट से BJP सांसद मोहन भाई कुंदरिया के भी 12 रिश्तेदारों की मौत हुई है। सांसद ने बताया कि इस हादसे में उनके जीजा के भाई की 4 बेटियों, 3 जमाई और 5 बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि ये घटना बेहद दुखी करने वाली है। इस घटना में जिसकी भी गलती होगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सांसद मोहन भाई कुंदरिया ने कहा कि इस घटना की सच्चाई सामने आकर रहेगी। पीएम मोदी लगातार इस मामले को देख रहे हैं और वह रातभर घटना की जानकारी फोन पर लेते रहे।
मोरबी पुल हादसे की वीडियो में देखा जा सकता है कि कई लोग पुल पर कूदते और दौड़ते देखे गए। उनकी हरकतों के कारण केबल ब्रिज हिलता नजर आया। मोरबी नगरपालिका के प्रमुख जाला ने कहा, पुल को लेकर सरकारी निविदा निकाली गई थी। ओरेवा समूह को पुल खोलने से पहले इसके नवीनीकरण का विवरण देना था। गुणवत्ता की जांच भी करनी थी, लेकिन ओरेवा ग्रुप ने ऐसा नहीं किया। सरकार को इसके बारे में पता नहीं था।
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने को कहा है। कांग्रेस ने मोरबी हादसे की जांच की मांग की है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ब्रिज हादसे पर हम कोई राजनीति नहीं करना चाहते, मामले की जांच HC के रिटायर्ड जजों से कराई जाए।