अहमदाबाद। गुजरात के मोरबी में माछू नदी पर बना पुल टूट जाने से अब तक 143 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बड़ी संख्या में लोग अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ ने अबतक 180 लोगों को बचाया है। बताया जा रहा है कि जिस समय ये हादसा हुआ पुल पर करीब 400-500 लोग मौजूद थे जबकि इसकी क्षमता 100 लोगों की ही थी।
वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता पवन खेड़ा ने दावा किया है कि इस ब्रिज की देखरेख का जिम्मा एक ऐसी कंपनी को दिया था जिसे कोई अनुभव नहीं था। उन्होंने कहा कि जिस कंपनी को ब्रिज के रखरखाव का जिम्मा दिया गया था वह अजंता ओरेवा ग्रुप ऑफ कंपनीज दीवार घड़ी, एलईडी बल्ब और मच्छर मारने का रैकेट बनाती है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए हड़बड़ी में पुल को खोल दिया गया।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पुल का रखरखाव करने वाली कंपनी पुल पर जाने के लिए हर व्यक्ति से 17 रुपए लेती है। उन्होंने दावा किया कि पुल 100 लोगों का वजन एक साथ सह सकता है लेकिन हादसे के वक्त पुल पर 400 से अधिक लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कंपनी के कर्मचारियों ने पैसे कमाने के लिए टिकट बांटने पर ध्यान नहीं दिया जिससे पुल पर भार बढ़ गया और वह टूटकर नदी में गिर गया।