मुंबई। मुंबई में आंधी के बाद घाटकोपर में 100 फीट ऊंचा और 250 टन वजनी लोहे का होर्डिंग एक पेट्रोल पंप पर गिर जाने से इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 74 लोग घायल हो गए। हादसे के फौरन बाद मुंबई पुलिस, फायर ब्रिगेड, SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। शुरुआत में होर्डिंग के नीचे 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की खबर थी। धीरे-धीरे लोगों को निकाला जा रहा था। इसके बाद NDRF ने भी मोर्चा संभाला। एनडीआरएफ इंस्पेक्टर गौरव चौहान ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि ढहे हुए बिलबोर्ड के नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए खुदाई करने वालों ने मलबे को खोदा, जिसके बाद आठ शव पहले ही बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि चार और शव अभी भी मलबे के अंदर दबे हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमने उनका पता लगा लिया है, लेकिन इस पेट्रोल पंप के कारण हम उन्हें हटा नहीं सकते और स्थिति खतरनाक हो सकती है। इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुंबई के घाटकोपर में हुई घटना में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और होर्डिंग गिरने से घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। दरअसल, मुंबई के घाटकोपर में सोमवार को भारी बारिश और तूफान के कारण 70 मीटर लंबा बिलबोर्ड गिर गया। घाटकोपर के चेड्डानगर जंक्शन में एक पेट्रोल पंप पर अवैध होर्डिंग गिरने से अब तक 14 लोगों की जान चली गई है. सोमवार शाम को बचाव अभियान शुरू हुआ, जिसमें 64 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एनडीआरएफ ने मलबे में फंसे शवों को निकालने के लिए खुदाई करने वालों के साथ रात भर बचाव अभियान चलाया।
बीएमसी ने सोमवार शाम को एक बयान में कहा कि होर्डिंग गिरने से 20 से 30 लोग अभी भी मलबे के अंदर फंसे हुए हैं। हालांकि, पेट्रोल पंप पर हुए हादसे के कारण मलबा हटाने में एनडीआरएफ को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, जिससे खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती थी। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के इलाज की भी घोषणा की।