नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के कुछ काम होने के साथ अब थर्ड वेव के आने की आशंका जताई जा रही है। ‘डेल्टा’ वैरिएंट 130 देशों को प्रभावित कर अभी भी खतरनाक बना हुआ है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के चेन्नई के अध्ययन से सामने आया है कि डेल्टा वेरिएंट ना सिर्फ नॉन-वैक्सीनेटेड, बल्कि वैक्सीनेटेड लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है।
इस स्टडी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी,चेन्नई ने अप्रूवल दिया और 17 अगस्त को इसे जर्नल में पेश किया। बता दें कि डेल्टा वैरिएंट (बी.1.617.2) वैक्सीनेटेड व नॉन-वैक्सीनेटेड,दोनों ही लोगों में एक समान नुकसान पहुंचा रहा है।
कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से प्रभावित लोगों में देखा गया है कि वैक्सीन का असर 3 से 4 गुना काम हो जाता है। एक राहत की बात ये है कि वैक्सीनेटेड लोगों को मौत का खतरा कम है। अध्ययन में पाया गया है कि कोविद टिका लगवा चुके लोगों को मरने का दर कम है।