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पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ, हमलावर हाशिम मूसा निकला SSG कमांडो

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 लोगों कि मौत हुई थी। इस हमले के लिए जिम्मेदार जिन तीन आतंकियों की पहचान की गई थी, उनमें अली भाई और आदिल हुसैन ठोकर के साथ ही हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान का नाम भी शामिल था। आतंकी हाशिम मूसा के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इसका पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है।

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी मूल का हाशिम मूसा उर्फ आसिफ फौजी उर्फ सुलेमान पहले पाकिस्तानी सेना की स्पेशल फोर्स एसएसजी (स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप) का कमांडो था। पाकिस्तानी सेना में रहने के चलते ही उसे आसिफ ‘फौजी’ के नाम से भी जाना जाता था। सुरक्षा एजेंसियां पता करने में जुटी हैं कि एक-डेढ़ साल पहले जिस ग्रुप ने पुंछ राजौरी में घुसपैठ की थी, क्या ये वही है।

सूत्रों के मुताबिक, हाशिम मूसा फिलहाल पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारों पर काम करता है। वह एक कट्टर आतंकवादी है। लश्कर में बैठे मास्टरमाइंडों ने ही पर्यटकों पर आतंकी हमले के लिए उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था। सुरक्षा एंजेंसियों को शक है कि पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप ने आतंकी हमले के लिए उसे कुछ दिन के लिए लश्कर को सौंप दिया है। हाशिम मूसा के पाकिस्तानी सेना में होने की जानकारी 15 ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ के दौरान सामने आई है। मूसा सिर्फ पहलगाम आतंकी हमले में ही शामिल नहीं रहा। अक्टूबर 2024 में गंदरबल और बारामुला में हुए आतंकी हमलों के पीछे भी उसका हाथ था। इस हमले में 11 लोग मारे गए थे। जांच में पता चला है कि 15 ओवरग्राउंड वर्करों ने ही कथित तौर पर पहलगाम के आतंकियों को निर्देश दिए और उनके लिए रसद की व्यवस्था की। सेना की तलाशी अभियान लगातार जारी है।

पाकिस्‍तानी आर्मी चीफ मुनीर ने करवाया पहलगाम में हमला

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार आदिल राजा ने बड़ा दावा किया है। आदिल के मुताबिक मुनीर के कहने पर ही पहलगाम में हमला किया गया। दिल ने अपने एक पोस्ट में कहा है कि मुनीर 5 साल का कार्यकाल चाहते हैं, जिसके कारण उन्होंने भारत के खिलाफ तनाव पैदा कर दिया है। दरअसल, पहलगाम हमले से तीन दिन पहले मुनीर ने एक भाषण दिया था।इस भाषण में मुनीर ने भारत के खिलाफ जहर उगला था।यही वजह है कि पहलगाम में आतंकी घटना के लिए सीधे मुनीर को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH