नई दिल्ली। (द्वारकेश बर्मन) राजनीत में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता जिसका एक और सजीव चित्रण सामने आने लगा है, हालांकि! स्थति अभी स्पष्ट नहीं समीकरण अभी धुंधले है किन्तु आशंकाओं के आकाश में घनी बद्री छाई है और राजनैतिक समीकरणों के समुन्द्र में लहरें गहरी भंवर लिए हिलोर मार रही है। मामला है कि जब भी चिराग पासवान को लेकर पूछा जाता है एनडीए में हैं या नहीं? इसका जवाब लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से साफ-साफ नहीं आता है। इस मुद्दे पर एलजेपी के नए सुप्रीमो चिराग पासवान के अलावा किसी को हक भी नहीं है। पार्टी में इकलौते चिराग पासवान ही इसका फैसला लेंगे।
वैसे उधर बीजेपी मानकर चल रही है कि चिराग पासवान उनके साथ हैं। लेकिन जेडीयू का कहना है कि चिराग अब एनडीए में नहीं हैं। जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी मानकर चल रहे हैं कि चिराग पासवान अब एनीडए से बाहर हैं। उनको किसी भी स्तर पर एनडीए के कार्यक्रमों या फिर सरकार का हिस्सा बनाने का अगर प्रयास होता है तो ये अनफ्रेंडली एक्ट होगा। ऐसे लोग अगर एनडीए में आएंगे तो हम विरोध करेंगे।
कैबिनेट बर्थ के इंतजार में चिराग?
लोकसभा में एलजेपी की 6 सांसद हैं यानी एनडीए में तीसरी बड़ी पार्टी चिराग पासवान की एलजेपी ही है। मगर रामविलास पासवान के मौत के बाद से चिराग पासवान इंतजार में ही हैं कि पिता की जगह उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जाएगा। माना जा रहा है कि केंद्र की सरकार में मंत्री पद नहीं मिलने से चिराग पासवान बीजेपी से नाराज हैं। वैसे नाराज होने का हक सिर्फ चिराग पासवान को ही नहीं है। चिराग पासवान से एनडीए में दूसरी बड़ी पार्टी जेडीयू भी खासे नाराज है। नाराजगी इतनी की चिराग पासवान का नाम लेते ही जेडीयू के नए-नवेले राष्ट्रीय अध्यक्ष बिदक जाते हैं। इतना बिदक जाते हैं कि आपे से बाहर हो जाते हैं।चिराग पासवान के बारे में जब आरसीपी सिंह से मीडियावालों ने पूछ लिया तो वो झल्ला गए। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी की बात हम नहीं करते, जिनका आप नाम लेते हैं उसपर मुझे कोई कमेंट नहीं करना है।
चिराग पासवान एनडीए में नहीं हैं- जे डी यू
बिहार विधानसभा चुनाव में एलजेपी की वजह से एनडीए का संख्याबल कम हुआ। इसका नुकसान न सिर्फ जेडीयू को हुआ बल्कि बीजेपी के भी कई उम्मीदवार चिराग पासवान की वजह से चुनाव हारे। केसी त्यागी ने कहा कि जिन लोगों ने बिहार में एनडीए के लिए मैदान खराब किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात नहीं मानी, उनका एनडीए के साथ आना कतई ठीक नहीं होगा।