पुणे। महाराष्ट्र के पुणे पोर्शे कार से दो लोगों को कुचलकर मार देने वाले नाबालिग के दादा सुरेंद्र अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दादा पर आरोप है कि उन्होंने परिवार के ड्राइवर को बंधक बनाकर उसे झूठा बयान देने की लिए मजबूर किया था। अभी तक नाबालिग आरोपी के बिल्डर पिता का दावा था कि हादसे वाले दिन बेटा नहीं, बल्कि ड्राइवर गाड़ी चला रहा था, लेकिन अब ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि दादा सुरेंद्र अग्रवाल उस पर झूठे बयान दर्ज करवाने के लिए दबाव डाला था।
पुलिस के मुताबिक, ड्राइवर ने सुरेंद्र अग्रवाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसके साथ मारपीट की गई, बंधक बनाया गया और पुलिस के सामने झूठे बयान दर्ज करवाने के लिए कहा। यरवदा पुलिस ने नाबालिग के दादा और पिता के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 (किसी व्यक्ति को गुप्त रूप से और गलत तरीके से कैद करने के इरादे से अपहरण करना) और 368 (गलत तरीके से छिपाना या कैद में रखना) के तहत एक केस दर्ज किया है।
दुर्घटना के बाद नाबालिग के दादा और पिता ने कथित तौर पर ड्राइवर का फोन ले लिया, उसे 19 मई से 20 मई तक अपने बंगले के परिसर में अपने घर में कैद में रखा। हालांकि, ड्राइवर को उसकी पत्नी ने छुड़ा लिया। बता दें कि रविवार तड़के शहर के कल्याणी नगर इलाके में एक पोर्श कार से कथित तौर पर किशोर ने दो मोटरसाइकिल सवार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की हत्या कर दी। पुणे की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को किशोरी के पिता सहित मामले में गिरफ्तार छह आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। किशोरी पांच जून तक बाल सुधार गृह में रहेगा।