जयपुर। जयपुर के शिप्रापथ इलाके में सोमवार दिनदहाड़े घर में घुसकर महिला शिक्षक की हत्या कर दी गई। उनका शव घर की छत पर रेलिंग में बंधा हुआ मिला। वारदात के वक्त विद्या देवी घर पर अकेली थी। वह गुर्जर की थड़ी स्थित एक सरकारी स्कूल में टीचर थीं। मृतका के बेटे अभिनव चतुर्वेदी की 15 फरवरी को शादी होनी है। शादी की तैयारियों के लिए विद्या देवी स्कूल नहीं जा रहीं थीं। विद्या के भाई युगांतर शर्मा आरएएस अफसर हैं। वर्तमान में वे जयपुर शहर में बतौर एडीएम तैनात हैं। उधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफ़ाश कर दिया। हत्यारा विद्या देवी के पड़ोस में रहने वाला युवक निकला।
घटना का पता तब चला जब उन्होंने सोमवार सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट को ऑपरेट नहीं किया। उनके स्कूल के स्टाफ ने फिर उनके पड़ोसियों को फोन किया, जिन्होंने एक युवक को यह जांचने के लिए भेजा कि क्या उनके साथ सब ठीक है। युवक उनके घर की छत पर गया और सुबह करीब 8.30 बजे उनका शव रेलिंग से लटकते देखा। उसने उनके परिवार को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया।
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज चेक किए और पड़ोसियों से भी पूछताछ की। पुलिस ने पाया कि विद्या सोमवार सुबह दूध लाने के लिए निकली थी और पड़ोसी के एक पालतू कुत्ते को लेकर पड़ोसी के साथ उनकी कहासुनी हुई थी। पुलिस को विद्या के पड़ोस में रहने वाले दो भाइयों की संलिप्तता पर संदेह हुआ और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया। उनमें से एक, कृष्ण कुमार के चेहरे पर खरोंचें थीं और उसने कहा कि अपने पालतू कुत्ते के साथ खेलते समय उसे ये खरोंचे लगीं।
कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने विद्या की दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या कर दी और बाद में अपराध को आत्महत्या का मामला दिखाने के लिए शव को रेलिंग से लटका दिया।