कीवः रूस-यूक्रेन के बीच आज लगातार 18वें दिन भी जंग जारी है। दोनों देश एक दूसरे के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। रूस आए दिन यूक्रेन की राजधानी कीव पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है और इस हमले ने कई निर्दोष लोगों की जान ले ली है। ऐसी ही घटना जानकारी कीव के बाहर एक गांव से आ रही है जहां एक महिला अपनी बीमार मां के साथ दवाई की खोज में निकली थीं लेकिन बीच रास्ते में रूसी सैनिकों ने टैंक से उसकी गाड़ी पर फायरिंग कर दी जिससे मां, बेटी समेत ड्राइवर की मौत हो गई।
मां, बेटी और ड्राइवर को गाड़ी से खींच कर टैंक से उड़ाया गया
वेलेरिया मक्सेत्स्का, जो एक प्रशिक्षित डॉक्टर थीं ने स्थानीय लोगों की मदद करने के लिए रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन में वापस रहने का फैसला किया था। इन सब के बीच अपनी मां की दवा खत्म होने के बाद वह दवा की खोज में निकलीं लेकिन दुर्भाग्यवश दवा नहीं मिली। इस स्थिति में उसने देश से भागने का फैसला कर लिया क्योंकि उसके सामने मजबूर मां थी। उनका ड्राइवर देश की पश्चिमी सीमाओं की ओर गाड़ी चला रहा था, उसी समय उनपर हमला किया गया और उन्हें मार दिया गया। डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सैनिकों को आगे बढ़ने देने के लिए उनके वाहन को खींच लिया गया, जब उनमें से एक ने उनकी कार पर गोलियां चला दीं।
लोगों की भलाई के लिए काम कर रही थीं वेलेरिया
वेलेरिया मक्सेत्स्का मरने से पहले यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के साथ काम कर रही थीं। यूएसएआईडी प्रशासक सामंथा पावर ने उनकी मौत की पुष्टि की। सामंथा पावर बयान देते हुए कहा कि मक्सेत्स्का की मृत्यु को साझा करते हुए बहुत दुखी हूं। वेलेरिया एकगर्वित यूक्रेनी महिला थीं जो कि सामाजिक सामंजस्य बनाने और गलत सूचना से लड़ने के लिए हमेशा आगे रहती थीं। उसे रूसी सेना ने उसके 32वें जन्मदिन से पहले ही मार दिया था।