Lucknow: आज कल के समय में लोग इतना ज्यादा अपनी जिंदगी में व्यस्त हैं कि वो देख ही नहीं पाते कि समाज मे बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अनेकों समस्याओं और तकलीफों से घिरे हैं। पर कुछ लोग ऐसे हैं जो ऐसे लोगों के दुख को महसूस करते हैं और उनकी सहायता भी करते हैं क्योंकि भगवान ने प्रत्येक मनुष्य को अपनी व्यथा बोलने के लिये जुबान दी है। वो अपने हाव-भाव से अपनी तकलीफ बता सकता है पर उन जीवों का क्या जिनके पास अपने दर्द को समझाने के लिये कोई शब्द नहीं हैं और वह अपने हाव-भाव के जरिये ही अपनी परेशानी समझा सकते हैं पर बहुत कम ही लोग समझ पाते है!
हमारे आस-पास अनेकों जीव ऐसे है जैसे गाय, कुत्ता, चिड़िया,गिलहरी आदि जो हमें कोई नुकसान नहीं पहुचाते सिर्फ वो हमसे प्रेम चाहते हैं, पर लोग प्रेम देने के बजाये इनके साथ बुरा करते है पर भगवान बहुत दयालू है। उन्होंने समाज में कुछ ऐसे लोग को भी भेजे है जो इन जीवों के प्रति अथाह प्रेम रखते है और इनकी सेवा करते हैं। ऐसे ही कुछ चुनिन्दा लोगों में से एक, लखनऊ शहर की रहने वाली एक ऐसी लड़की जो पूरे समर्पण के साथ इन जीवों की सेवा करती है उस लड़की का नाम यागनिक पटेल है। ये एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से हैं जोकि अपने कमाये हुये रुपयों को इन जीवों की सेवा में लगाती है और अपने इंस्टाग्राम पेज yagnikpatel_paws_tail03 के जरिए लोगो के साथ जुड़ कर काम करती है!
यागनिक ने ये सेवा 2019 के लॉकडाउन से शुरू की थी। अपने घर के बाहर के जानवरों को वो पहले से ही खाना, पानी देती थी पर जब ये घर के बाहर के जीव बीमार होने लगे तो तब उन्होंने ट्रीटमेंट और रेस्क्यू करना भी शुरू किया और यही से इनका जीवों को अपना दोस्त बनाने और उनकी सेवा करने का सफर शुरू हो गया।
अभी तक ये 50 से भी ज्यादा रेस्क्यू कर चुकी हैं जिसमें उनका साथ Stray सोसायटी ने दिया। इसके अलावा जीव बसेरा संस्था भी इनका साथ देती है! इस कार्य में यागनिक ने विशेष रूप से इनकी नसबंदी और सालाना वैक्सीन पर कार्य किया जिससे कि लोग कुत्तों से डरे नहीं बल्कि उनसे मित्रता करें और सभी सुरक्षित रहें।इन्होंने अभी तक HSI नगर निगम की मदद से लगभग 100 से अधिक कुत्तों की नसबंदी करवा दी है और 50 से भी अधिक कुत्तों की हर साल वैक्सीन दिलवाई है। जिससे की वो डिस्टेम्पर और पर्वों जैसी जान लेवा बीमारी से बच सकें। ये रोज 40 से अधिक कुत्तों को खाना खिलाती हैं और इनका पूरी तरह से ध्यान रखती हैं। यागनिक का यह कार्य केवल लखनऊ के नागरिकों की सुरक्षा के लिहाज से ही नहीं बल्कि इन जीवों की सुरक्षा और इनके जीवन के लिहाज से भी सराहनीय है ।