नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर रहे रहे शिखर धवन ने बीते दिनों इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया। उनके इस फैसले से उनके फैंस काफी निराश हैं क्योंकि उनका चहेता बल्लेबाज अब दोबारा क्रिकेट मैदान पर चौके छक्के लगता हुआ दिखाई नहीं देगा। हालांकि ऐसा नहीं है कि वह क्रिकेट से पूरी तरह अलग हो गए हैं या बाहर हो गए हैं। अब धवन लीजेंड्स लीग क्रिकेट (एलएलसी) में खेलते हुए नजर आएंगे।
उन्होंने कहा, लीजेंड्स लीग क्रिकेट के साथ इस नए अध्याय को शुरू करने से बेहतर फैसला कुछ हो ही नहीं सकता था। मेरा शरीर अभी भी खेल की मांगों के अनुरूप है, और हालांकि मैं अपने निर्णय के साथ सहज हूं। क्रिकेट मेरा एक अहम हिस्सा है, लेकिन यह मुझसे कभी नहीं छूटेगा। मैं अपने क्रिकेट मित्रों के साथ फिर से जुड़ने और अपने प्रशंसकों का मनोरंजन करने के लिए उत्सुक हूं क्योंकि हम साथ मिलकर नई यादें बनाएंगे।
शिखर धवन विस्फोटक बैटिंग करने के लिए जाने जाते हैं और अपने दम पर टीम इंडिया को कई मुकाबले जिताए हैं। उन्होंने भारतीय टीम के लिए साल 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। डेब्यू के कुछ सालों तक तो वह टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहे। लेकिन साल 2013 के बाद वह टीम इंडिया के बैटिंग ऑर्डर की अहम धुरी बन गए। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए और खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
साल 2013 के बाद शिखर धवन भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन गए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 34 टेस्ट मैचों में 2315 रन, 167 वनडे मैचों में 6793 रन और टी20 इंटरनेशनल में 27.92 के औसत से 11 अर्धशतकीय पारियों के दम पर 1759 रन बनाए हैं। तीनों फॉर्मेट में उन्होंने कुल 24 शतक लगाए।