लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मण्डी परिषद द्वारा किसानों से सम्बन्धित संचालित योजनाओं में किसी भी प्रकार की उदासीनता पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यावाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद किसानों के हितों के लिए सदैव तत्पर है।
चौहान आज विभूति खण्ड गोमतीनगर स्थित कृषि उत्पादन मण्डी परिषद मुख्यालय के सभागार में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को अपनी उपज मण्डियों तक में लाने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करें, जिसके कि व्यापारी को मण्डी में आकार अपना व्यापार करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को मण्डी में किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाये तथा उनको मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराये।
चैहान ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 27 मण्डियों के आधुनिकरण योजना के तहत किसान मण्डी के रूप में विकसित करने की कार्यवाही को प्राथमिकता पर कराये। उन्होंने कृषक छात्रावास के निर्माण कार्य को आगामी जूलाई तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे मण्डी को और बेहतर एवं उपयोगी बनाने का कार्य करें। मण्डी शुल्क को लक्ष्य के अनुरूप प्राप्त करें।
चैहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गेहूँ की खरीद अग्रिम आदेशों तक करें। किसानों को गेहूँ क्रय केन्द्रों में अपने उत्पाद को विक्रय करने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी मण्डियों में कोविड-19 के प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित कराये।
कृषि विपणन मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि मण्डी परिषद द्वारा कराये जा रहे कार्यों को गुणवत्ता एवं तय समय सीमा के अन्तर्गत पूरा करें। उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद द्वारा सड़कों के गड्ढामुक्त करने के कार्य को शीघ्र पुरा कराये।
मण्डी परिषद के निदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह ने मा0 मंत्री जी को मण्डी परिषद द्वारा संचालित योजनाओं को विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने मा0 मंत्री जी को आश्वत किया की उनके द्वारा दिए गए आदेशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा। समीक्षा बैठक में उपनिदेशक श्री दिलीप त्रिगुणायक, उपनिदेशक श्री अजित सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।