सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एक बस के नहर में गिर जाने से 47 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 32 सीटों वाली बस में 60 से ज्यादा यात्री सवार थे। अब तक नहर से 47 शव निकाले जा चुके हैं जबकि 7 लोगों को बचा लिया गया है। पांच यात्रियों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
पुलिस ने बताया कि मिनी बस का चालक कूदने में कामयाब रहा और फरार हो गया। हालांकि बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। रीवा के आईजीपी उमेश जोगा ने कहा कि बस की गति बहुत तेज थी और इस वजह से चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस बाणसागर नहर में जा गिरी। जोगा ने आगे कहा, ”बाणसागर नहर में बहाव तेज होने की वजह से बचावकर्मियों को बस को तलाशने में तीन घंटे का समय लगा।”
हादसे में 24 पुरुष, 21 महिलाएं और दो बच्चों की मौत हुई है, जोकि सीधी, सिंगरौली और सतना जिलों के रहने वाले थे। मारे गए लोगों में आधों की उम्र 20 से 30 के बीच है। ये सतना और रीवा में सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा देने जा रहे थे।
पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने बताया है कि राहत और बचाव कार्य जारी है, अब तक 47 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं सात लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई। सूत्रों का कहना है कि इस हादसे की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर युवा बताए जा रहे हैं, क्योंकि वो एक परीक्षा देने जा रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीधी जिले में सारदा पाटन गांव के पास नहर में बस गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, यह घटना मेरे लिए अत्यंत दुखद है। मन बहुत व्यथित और दुखी है। सात व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। राहत कार्य लगातार जारी है। शव नहर से निकाले जा रहे हैं।