कानपुर | विकास दुबे की मां सरला देवी बिकरू कांड के बाद अपने एक रिश्तेदार के साथ पहली बार गांव पहुंची। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से हाथ जोड़कर दो जुलाई की घटना पर माफी मांगी। रोते हुए बोलीं कि उन्होंने ऐसे कपूत को जना, जो कई लोगों को खा गया। वह हर उस परिवार के लोगों से मिलीं, जिनके घर का कोई सदस्य पुलिस मुठभेड़ में मारा गया या जेल में है।
सरला देवी ने कहा कि मुझे विकास और उसके कामों से कोई लेना-देना नहीं है। सूत्रों के अनुसार, सरला देवी ने बिकरू हत्याकांड के बाद पहली बार गांव का दौरा किया और सीधे उमा शंकर के घर गईं। उमा शंकर विकास के कथित सहयोगियों में से एक है और उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। वहां से वह फिर अपने पैतृक घर को देखने गई जो बिकरू कांड के बाद अधिकारियों द्वारा गिरा दिया गया था।
उधर, सरला देवी के गांव में रुकने की सूचना पर खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया। एलआइयू की टीम गांव और गांव के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने को तैनात कर दी गई है। पता लगाया जा रहा है कि कहीं वह पंचायत चुनाव को लेकर तो नहीं आई हैं। चुनाव के लिए आईं तो क्या चाहती हैं।