नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली का आज जन्मदिन है। सौरव गांगुली आज 52 साल के हो गए हैं। सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के लिए कई उपलब्धियां बटोरी हैं। प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से भी मशहूर सौरव गांगुली को भारत के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक माना जाता है।
गांगुली ने एमएस धोनी, हरभजन सिंह और जहीर खान जैसे कई सफल खिलाड़ियों को निखारने में अहम भूमिका निभाई है। भारतीय क्रिकेट के दादा 1996 में लॉर्ड्स में अपने यादगार टेस्ट डेब्यू शतक के चार साल बाद 2000 में कप्तान बने। इसके बाद उन्होंने युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ जैसी युवा प्रतिभाओं को तैयार किया। गांगुली के नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू मैदान पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से जीती।
2002 में एक यादगार पल तब आया जब नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की वापसी के बाद दादा ने लॉर्ड्स की बालकनी पर अपनी जर्सी उतार दी। इसके बाद उन्होंने भारत को 2003 के वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया, जहां ऑस्ट्रेलिया से हार मिली। गांगुली ने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) का भी नेतृत्व किया।
गांगुली ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की और 2012 तक इंडियन प्रीमियर लीग में खेले। उन्होंने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले, जिसमें 18,575 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए।इसके बाद उन्होंने पहले बंगाल क्रिकेट संघ का नेतृत्व किया और फिर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।