गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप और उनके मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार खेलों के विकास एवं खिलाड़ियों के भरपूर प्रोत्साहन के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए धन की कोई कमी है। खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश में बड़े पैमाने पर संसाधन मजबूत किए जा रहे हैं। ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ आदि प्रतियोगिताओं में पदक विजेता प्रदेश के खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार राशि देने के साथ उनको राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्ति पत्र वितरण की प्रक्रिया प्रख्यापित है। खिलाड़ी शासन से मिल रही सुविधाओं और अपनी खेल भावना से प्रदेश में खेल के माहौल को और समृद्ध करें।
सीएम योगी रविवार को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता के समापन-पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत हर गांव में खेल के मैदान व ओपन जिम विकसित किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर स्टेडियम व मिनी स्टेडियम बने हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 77 स्टेडियम, 68 बहुउद्देश्यीय स्पोर्ट्स हाल, 39 तरणताल, 2 इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, 14 सिंथेटिक हॉकी मैदान, 36 जिम, 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 19 डोरमेट्री, 16 बास्केटबॉल स्टेडियम, 11 कुश्ती हाल, 11 वेटलिफ्टिंग हाल बनाए जा चुके हैं। तीन स्पोर्ट्स कॉलेज व 44 क्रीड़ा छात्रवासों के जरिये 16 प्रकार के खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों का भत्ता 1000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1994 से स्पोर्टस होस्टल के विभिन्न मदों की व्यय राशि को कभी बढाया नहीं गया था। इसे बढ़ाने के साथ ही खिलाड़ियों की डाइट मनी 250 रुपये से बढ़ाकर 375 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हों, इसके लिए 1.50 लाख रुपये के मानदेय पर 50 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को बतौर प्रशिक्षक आबद्ध किया गया है। इसी क्रम में खिलाड़ियों के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी करने के साथ ही एकलव्य क्रीड़ा कोष की स्थापना की गई है। खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल विकास एवं प्रोत्साहन नियमावली 2020 को प्राख्यापित करते हुए इस वित्तीय वर्ष में 8.55 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके तहत तहसील स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए 60 हजार, जिला स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए 5 लाख तथा मंडल स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए राज्य सरकार 15 लाख रुपये का अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश के पहले स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण तीव्र गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक जिला एक खेल योजना के तहत खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में दिव्यांग खिलाड़ियों को भी हर प्रकार की सुविधा व सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट को 6 करोड़ रुपये
सीएम योगी ने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कामनवेल्थ में पदक विजेता प्रदेश के खिलाड़ियों को भारी पुरस्कार राशि दिए जाने की व्यवस्था की गई है। ओलंपिक एकल स्पर्धा में गोल्ड मेडलिस्ट को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 3 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ होगी। एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसी तरह सैफ खेलों में एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 लाख, रजत पदक विजेता को 4 लाख तथा कांस्य पदक विजेता को 2 लाख रुपये मिलेंगे। टीम स्पर्धा में यह धनराशि क्रमशः 2 लाख, 1 लाख व 50 हजार रुपये होगी। सीएम योगी ने बताया कि ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख तथा एशियन गेम्स व कामनवेल्थ में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 5-5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
खिलाड़ियों को प्रतिमाह वित्तीय सहायता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, खेल रत्न व खेल के क्षेत्र में पदम् पुरस्कार हासिल करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार ने प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता की व्यवस्था की है। इसके साथ ही संकट में आए अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता स्वीकृत की गई है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार तथा महिला वर्ग में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार देती है। इसके तहत लक्ष्मणजी व रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा के साथ खिलाड़ियों को 3.11 लाख रुपये की नकद धनराशि दी जाती है।
परंपरागत पेशों को खेलों से जोड़ने का हो प्रयास
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण स्तर पर स्टेडियम ओपन जिम आदि की व्यवस्था करते हुए विधायक व सांसद खेल प्रतियोगिता को बढ़ावा देने का निर्देश देते हुए हुए कहा कि हमें परंपरागत परसों को भी खेले उसे जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आबादी का सबसे बड़ा राज्य होने के चलते उत्तर प्रदेश में नाविकों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। इन नाविकों को जल से संबंधित खेलों के साथ जोड़ा जा सकता है।
अखिल भारतीय कबड्डी प्रतियोगिता में अगली बार दोगुनी होगी पुरस्कार राशि
महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता मैं प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि अगली बार इस प्रतियोगिता में पुरस्कार की धनराशि दोगुनी कर दी जाए। अभी इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को दो लाख,उपविजेता को एक लाख तथा तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली दो टीमों को 50-50 हजार रुपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाती है। उन्होंने कहा कि माटी से जुड़े खेल कबड्डी को देश, प्रदेश व जनपद स्तर की लीग प्रतियोगिताओं में भी जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। यह उत्तर प्रदेश का गौरव है कि उसने कबड्डी में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं जिन्होंने अपने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अमेठी व आगरा में कबड्डी के छात्रावास संचालित कर रही है।
जनवरी-फरवरी में आयोजित होगी नौका दौड़ प्रतियोगिता : नवनीत सहगल
कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव (खेल) नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप नाविकों को खेल से जोड़ने के लिए इस क्षेत्र में जनवरी-फरवरी माह में नौका दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश में नई खेल नीति तैयार की जा रही है और उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय गेम्स भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत रोइंग प्रतियोगिता गोरखपुर के रामगढ़ताल में आयोजित होगी। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि इस क्षेत्र में स्पोर्ट्स सिटी बनाने के लिए जमीन की तलाश भी शुरू कर दी गई है। इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, कुशीनगर के सांसद विजय दूबे, खेल निदेशक आरपी सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, हॉकी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश, डॉ विभ्राट चंद कौशिक,पूर्व महापौर डॉ सत्या पांडेय, महंत रविंद्रदास, महंत संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि मौजूद रहे।
फाइनल मुकाबले में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया सीएम ने
कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले का आनंद उठाते हुए मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। सीएम ने दोनों टीमों आर्मी रेड और उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और मैच देखने के दौरान बेहतर मूव्स पर ताली बजाकर उनकी हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री ने फाइनल मुकाबले के दूसरे हॉफ में पूरा खेल देखा। उनके खेल प्रेम के सभी मुरीद दिखे। आर्मी रेड की टीम ने उत्तर प्रदेश को हराकर विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया। आर्मी ग्रीन व आईटीबीपी की टीमें तीसरे स्थान पर रहीं। मुख्यमंत्री ने विजयी टीमों व खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।