गाजियाबाद। नमो भारत रैपिड ट्रेन से जुड़ा एक वीडियो सामने आने के बाद उसमें दिखी छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया है। समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई। इसके बाद परिवार ने सुरक्षा और निजता को ध्यान में रखते हुए उसे दूसरे शहर में एक रिश्तेदार के घर भेज दिया है।
छात्रा गाजियाबाद की रहने वाली है और बालिग है। वह मेरठ रोड स्थित एक संस्थान से बीसीए की पढ़ाई कर रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो में दिखाई देने वाला युवक भी गाजियाबाद के एक कॉलेज से बीटेक का छात्र है। दोनों एक ही समुदाय से हैं और उनके घरों की दूरी करीब तीन किलोमीटर बताई जा रही है।
घटना के बाद रैपिड ट्रेन में अनुचित व्यवहार के आरोप में युवक और युवती के खिलाफ मुरादनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा, वीडियो रिकॉर्ड कर उसे वायरल करने वाले ट्रेन ऑपरेटर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। संबंधित ऑपरेटर को नौकरी से हटा दिया गया है।
परिवार का कहना है कि वीडियो सामने आने के बाद उन्हें सामाजिक दबाव और बदनामी का सामना करना पड़ रहा है। छात्रा के एक परिजन ने मीडिया से नाम उजागर किए बिना बताया कि वे नहीं चाहते कि मामला और फैले। इसी वजह से बेटी को फिलहाल रिश्तेदारों के पास भेजा गया है।
नमो भारत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (DBRRTS) के सुरक्षा प्रमुख ने 22 दिसंबर को मुरादनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि 24 नवंबर की शाम एक प्रीमियम कोच में अनुचित गतिविधि देखी गई थी। ट्रेन दुहाई से मुरादनगर की ओर जा रही थी।
जांच में यह भी सामने आया कि एक ट्रेन ऑपरेटर ने बिना अनुमति ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया और वीडियो रिकॉर्ड किया। यह कंपनी के नियमों का उल्लंघन पाया गया। जांच के बाद संबंधित ऑपरेटर को 3 दिसंबर को नौकरी से हटा दिया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वीडियो के प्रसार के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


