नई दिल्ली। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया है कि वो पाकिस्तान में जहाँ मौक़ा मिले हमला करें। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने सोमवार को पाकिस्तान सरकार के साथ गत जून में किये गये अनिश्चित कालीन संघर्षवरिाम समझौते को निरस्त कर दिया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने किस एलान ने पाक सरकार को चिंता में डाल दिया है।
उग्रवादी संगठन ने अपने बयान में कहा, ‘‘विभिन्न इलाकों में सैन्य अभियान मुजाहिदीन (उग्रवादियों) के खिलाफ चलाया जा रहा है, इसलिए आपके लिए यह बाध्यकारी हो जाता है कि आप देशभर में जहां भी हो सके वहां हमला करें.’’
प्रतिबंधित समूह ने कहा कि समझौता रद्द करने का फैसला खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू और लक्की मारवत इलाके में सैन्य संगठनों द्वारा किये जा रहे लगातार हमलों के बाद लिया गया। बयान में कहा गया कि इसने कई बार लोगों को संघर्षविराम के उल्लंघन के प्रति आगाह किया, लेकिन फिर भी धैर्य दिखया ताकि बातचीत की प्रक्रिया कम से कम उसके द्वारा बाधित ना हो।
बयान में कहा गया कि, ‘‘सेना और खुफिया एजेंसियों ने लगातार किये जा रहे हमलों को बंद नहीं किया। अब हमारा जवाबी हमला देशभर में शुरू होगा.। फिलहाल टीटीपी के बयान पर अभी सरकार और खुफिया एजेंसियों की ओर से काई बयान नहीं आया है।