नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों ने मंगलवार को जमकर उत्पात मचाया। किसानों ने दिल्ली के कई स्थानों पर जमकर बवाल काटा और पुलिस से उनकी झड़प हुई। लाल किले पर हंगामा करने वाले पुलिस वालों में जमकर टकराव हुआ। इस घटना में लगभग 83 जवान घायल हो गए। दिल्ली की सड़कों पर जब इस तरह की अराजकता फैल गई। लाखों रूपये का नुकसान हो गया उसके बाद किसान नेताओं ने बयान दिया कि उनका इस तरह की अराजकता फैलाने वाले किसानों से कोई लेना देना नहीं है।
वहीं, किसान संगठनों का टैक्टर परेड मंगलवार को हिंसात्मक हो जाने के बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जिन्हें अभी तक ‘‘अन्नदाता’’ समझा जा रहा था वे आज ‘‘उग्रवादी’’ निकले। पात्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जिनको हम इतने दिनों से अन्नदाता कह रहें थे, वो आज उग्रवादी साबित हुए। अन्नदाताओं को बदनाम न करो, उग्रवादियों को उग्रवादी ही बुलाओ!!’’
भाजपा प्रवक्ता ने इसके साथ ही एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक प्रदर्शनकारी कथित तौर पर तिरंगा झंडा फेंकते हुए देखा जा रहा है। दरअसल वह जब पोल पर चढ़ रहा होता है तो उसे भीड़ में से एक व्यक्ति तिरंगा झंडा थमाता है लेकिन वह उसे फेंक देता है और एक अन्य झंडा हाथ में ले लेता है। पात्रा ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘दुखद।’’ लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों के इस व्यवहार की निंदा की।