चीन के विदेश मंत्री वांग यी की इस हफ्ते हुई पाकिस्तान यात्रा से फिर संकेत मिले कि चीन दक्षिण एशिया में अपनी पैठ मजबूत करने की एक निश्चित योजना को लेकर चल रहा है। पाकिस्तान इस योजना का खास हिस्सा है। हथियारों के अलावा चीन पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर आर्थिक मदद भी दे रहा है।
इमरान से सीधी वार्ता
चीन ने इसी महीने पाकिस्तान को जे-10 सीई लड़ाकू जेट दिए हैं। 23 मार्च को पाकिस्तान दिवस के दिन हुए समारोह में वांग की मौजूदगी में इन विमानों ने अपने करतब दिखाए। चीन के सरकार समर्थक अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में बताया है कि जे-10 सीई लड़ाकू विमान चीनी वायु सेना का खास हिस्सा हैं। ये विमान अक्सर ताइवान के वायु क्षेत्र में उड़ान भरते हैं।
एफ-15एस और एफ-35 से तुलना
इसी महीने पाकिस्तान ने जेएफ-17 सीरिज के 50 लड़ाकू विमानों को अपनी वायु सेना में शामिल किया है। इन विमानों को चीन और पाकिस्तान ने अपने साझा उद्यम के तहत विकसित किया है। आक्रमण क्षमता के लिहाज से ये विमान जे-10 सीई से बहुत कमजोर हैं। लेकिन रडार को धोखा देने की उनकी क्षमता जे-10 सीई विमानों लगभग बराबर ही मानी जाती है।
पाक को देगा आठ पनडुब्बियां
वेबसाइट निक्कईएशिया.कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन पाकिस्तान की नौ सेना को भी मजबूत बना रहा है। इस साल जनवरी में चीन में बने टाइप 054 फ्रिगेट को पाकिस्तान की नौ सेना में शामिल किया गया। इसके अलावा वह आठ पनडुब्बियां भी पाकिस्तान को देना वाला है। इनमें चार पनडुब्बियों को उसके सहयोग से पाकिस्तान में ही निर्मित किया जाएगा।
विश्लेषकों का कहना है कि चीन और पाकिस्तान के बीच मजबूत हो रहे रक्षा संबंध पर भारत को कड़ी निगाह रखनी चाहिए। चीन उन क्षेत्रों में पाकिस्तान को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा है, जिनमें अब तक भारत की निर्विवाद बढ़त रही है।