वाशिंगटन। ट्विटर के ब्लू टिक (Blue tick) के लिए 8 डॉलर वसूलने का एलन मस्क के फैसले के सामने एक नई मुसीबत आ गई है। अमेरिका में कई फर्जी खाताधारकों ने 8 डॉलर का भुगतान कर ब्लू टिक हासिल कर लिया और इसके बाद इन खातों से फेक ट्वीट किए गए। इससे परेशान ट्विटर ने शुक्रवार को फिलहाल ब्लू टिक सब्सक्राइबर सेवा रोक दी है। मस्क के ट्विटर खरीदने से पहले ब्लू टिक सिर्फ सेलिब्रिटीज, पत्रकारों, नेताओं आदि को ही मिलता था और ट्विटर इन खातों को प्रमाणित करता था। मस्क के नए नियम के अनुसार अब एक फोन, क्रेडिट कार्ड और हर महीने 8 डॉलर खर्च करने की क्षमता रखने वाला कोई भी शख्स ब्लू टिक हासिल कर सकता है।
अमेरिका में ऐसे ही एक शख्स ने दवा कंपनी एली लिली एंड कंपनी का फर्जी खाता बनाकर ब्लू टिक हासिल किया और फिर ट्वीट कर दिया कि इंसुलिन मुफ्त में उपलब्ध है। इसके बाद दवा कंपनी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। सिर्फ इसी कंपनी नहीं, नाइनटेनडू, लॉकहीड मार्टिन, मस्क की अपनी कंपनी टेस्ला और स्पेस एक्स आदि के फर्जी खाते लोगों ने बना लिए हैं। ट्विटर पर कारोबार करने वाले ऐसे विज्ञापनदाता जो पहले ही अपना कारोबार रोककर स्थिति का जायजा ले रहे हैं, उनके लिए फर्जी खाते बड़ा झटका हो सकते हैं।
कंपनी ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म पर ब्लू टिक फीचर के लिए यूर्जस से आठ अमेरिकी डॉलर वसूलने की बात कही थी। साथ ही इन आठ डॉलर्स के बदले कंपनी अपने यूजर्स को कई तरह के एक्सक्लूसिव फायदे भी देने वाली थी। यानि पैसे देकर कोई भी ब्लू टिक हासिल कर सकता है। वहीं ट्विटर ब्लू सत्यापन को लेकर खबरें आई थी कि पैसा चुकाने को लेकर सिस्टम लॉन्च करने के बाद कुछ यूजर्स ने इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। वहीं ट्विटर भी अपने एल्गोरिदम के जरिए गलत लोगों की पहचान कर रहा है। वहीं इससे कई लोग प्रभावित भी हुए, इनमें अमेरिकी प्रोफेशनल बास्केटबॉल प्लेयर लीब्रोन जेम्स हैं।
कंपनी ने बताया था कि बड़ी हस्ती और ब्लू टिक वाले ट्विटर अकाउंट में ही नाम नीचे ‘ऑफिशियल’ लिखा नजर आएगा। लेकिन नया फीचर ‘ऑफिशियल’ चंद घंटों में ट्विटर ने वापस ले लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की प्रमुख राजनीतिक और खेल जगत से जुड़ी हस्तियों के ट्विटर प्रोफाइल में टिक के साथ ऑफिशियल लेबल जोड़ा गया। मोदी के अलावा, बुधवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई सरकारी विभागों और मंत्रियों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कुछ अन्य विपक्षी दल के नेताओं के साथ-साथ सचिन तेंदुलकर को भी वह लेबल दिया गया था।
डिजिटल नागरिक अधिकार समूह ने बताया कि जब से दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क ने ट्विटर खरीदा है तब से इस पर नस्ली गालियों (हेट स्पीच) की संख्या बढ़ गई है। सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट के शोधकर्ताओं ने पाया कि मस्क द्वारा ट्विटर खरीदी के बाद अश्वेतों पर हमले के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक नस्ली विशेषण 26,000 से अधिक बार पाया गया। यह 2022 के औसत से तीन गुना अधिक था। ट्रांस लोगों को लक्षित करने वाले भद्दे शब्दों के उपयोग में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि समलैंगिक पुरुषों के लिए आक्रामक शब्दावली में 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
शोधकर्ताओं के अनुसार, दुनिया भर के लगभग 80,000 अंग्रेजी भाषा के ट्वीट और रीट्वीट को देखा गया जिसमें आपत्तिजनक शब्दों का भरपूर इस्तेमाल किया गया। ट्विटर के ट्रस्ट और सुरक्षा के प्रमुख, योएल रोथ ने दावा किया था कि ट्विटर ट्रेंडिंग पेज पर नफरत भरे भाषणों की संख्या को कम करने में सफल रहा है, लेकिन इसके बावजूद नफरती ट्वीट्स की वास्तविक मात्रा में वृद्धि हुई है