नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में उद्धव ठाकरे एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे। शिवसेना में उद्धव गुट के अधिकांश सांसद द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने के पक्ष में हैं। उद्धव ठाकरे की बुलाई बैठक में सोमवार को इस पर मंथन हुआ। हालांकि सभी सांसद नहीं पहुंचे। बैठक में मौजूद सांसदों ने एक स्वर में कहा कि उन्हें द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए। इस मा्मले में संजय राउत पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए। बैठक में एक मात्र राउत ही थे जिन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन की बात कही।
वहीं संजय राउत ने मंगलवार सुबह साफ किया कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का मतलब यह नहीं निकाला जाना चाहिए कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा का समर्थन किया है।
सूत्र बता रहे हैं कि कई विधायकों के शिंदे गुट में जाने के बाद उद्धव को सांसदों के भी उसी गुट में जाने की बात सामने आ रही थी। पार्टी में और कोई टूट से बचने के लिए उद्धव ठाकरे ने मुर्मू का समर्थन करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि कल मातोश्री में शिवसेना की एक बैठक हुई थी, इसमें कई सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की बात कही। सूत्रों के अनुसार शिवसेना के करीबन 16 सांसदों ने कहा है कि द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दे। लेकिन संजय राउत की राय इनसे जुदा थी। उन्होंने कहा कि पार्टी को विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करना चाहिए। लेकिन उन्होंने ने भी अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे पर ही छोड़ दिया।