गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रूल ऑफ ला (कानून का राज) सुशासन की पहली शर्त है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीते छह सालों में प्रदेश को अपराधमुक्त, दंगामुक्त और अराजकतामुक्त बनाकर कानून का राज स्थापित किया है। कानून का राज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश निवेश का सर्वोत्तम गंतव्य बनकर उभरा है।
सीएम योगी सोमवार शाम अत्याधुनिक व हाईटेक गोरखनाथ थाने व एम्स थाने के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण कर रहे थे। गोरक्षनाथ थाने के भवन निर्माण पर 17.10 करोड़ रुपये तथा नवसृजित एम्स थाने के भवन निर्माण पर 5.42 करोड़ रुपये की लागत आई है। गोरखनाथ थाना परिसर से दोनों थाना भवनों के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हर नागरिक हर व्यापारी सुरक्षित होता है, तभी रूल ऑफ लॉ लागू होता है। आज उत्तर प्रदेश में सभी पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाते हैं और यहां अराजकता की कोई जगह नहीं है। बकरीद, रामनवमी व ईद का त्यौहार कितने शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। कानून का राज ही आम आदमी के जीवन में परिवर्तन का माध्यम बनता है, निवेश का माहौल बनाता है। बेहतरीन सुरक्षा के माहौल से उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब यह प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो एक करोड़ नौजवानों को नौकरी भी मिलेगी।
यूपी पुलिस ने बदली प्रदेश के प्रति लोगों की नकारात्मक धारणा
विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस में प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पूर्व में जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं थी तो व्यापारी और आम नागरिकों की बात ही क्या थी। 6 वर्ष पूर्व प्रदेश में अराजकता व गुंडागर्दी चरम पर थी। व्यक्ति, बालिका, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं था। पर्व और त्योहार भय व आतंक का संदेश लेकर आते थे। विगत 6 वर्षों में पुलिसिंग के क्षेत्र में हुए निरंतर कार्य से आज प्रदेश के प्रति लोगों की नकारात्मक धारणा बदल चुकी है। प्रदेश में सुरक्षा का माहौल है और इस माहौल से विकास की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ी है।
अब अराजकता पर लगाम कसने को लिया जा रहा यूपी पुलिस का नाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस दुनिया में सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल है। पर, यह कार्मिकों की कमी से जूझ रहा था। विगत 6 वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख कर्मियों की भर्ती की और इसमें 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती को अनिवार्य रूप से लागू किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस व पीएसी का नाम अराजकता पर लगाम कसने के लिए सम्मान के साथ लिया जाता है। देश के अन्य राज्यों में चुनाव व अन्य सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस व पीएसी की मांग की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को तो आगे बढ़ाया ही है, पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता को भी तीन गुना किया है।
हर थाने में महिला हेल्प डेस्क का किया गठन
सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के लिए पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति का विशेष अभियान शुरू किया गया। सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क का गठन किया गया। महिला पुलिसकर्मी पंचायत स्तर तक जाकर महिलाओं की समस्याएं सुन रही हैं और उनके समाधान का प्रयास कर रही हैं।
हर जिले में होगा साइबर थाना
मुख्यमंत्री ने कहा किउत्तर प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में 18 रेंज में साइबर थानों की स्थापना हो चुकी है। जबकि पूर्व में यह संख्या मात्र दो थी। आने वाले समय में हम हर जिले में साइबर थाना बनाएंगे। इसके साथ ही रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब बनाए जा रहे हैं। इसी सत्र में प्रदेश का पहला पुलिस फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट भी प्रारंभ कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में जीआरपी थानों को मिलाकर सभी 1585 थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की कार्यवाही को हम तेजी से बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एसडीआरएफ की तीन बटालियन आपदा में पूरी तन्मयता से कार्य कर रही हैं। स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स मेट्रो, एयरपोर्ट व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण सेवा दे रही है। सीएम ने कहा कि हाइटेक सिटी के लिए हाईटेक थानों व हाईटेक पुलिसिंग का होना आवश्यक है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को स्मार्ट पुलिसिंग से पूरा कर सकते हैं। प्रदेश सरकार यूपी पुलिस को स्मार्ट पुलिसिंग को ओर अग्रसर कर रही है।
लगभग जीरो आएगा गोरखनाथ थाने की बिजली का बिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखनाथ थाने का बिजली बिल लगभग जीरो आएगा। यहां सोलर पैनल लगाए गए हैं। आम के आम गुठलियों के दाम की तर्ज पर इस भवन की छत का उपयोग सोलर पैनल लगाने में किया गया है। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा।
सरकार कर रही पुलिसकर्मियों के आवास की समस्या का समाधान
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिसकर्मियों की आवास की समस्या का समाधान भी कर रही है ।बताया कि साढ़े पांच वर्ष पूर्व एक बार जब वह लखनऊ पुलिस लाइन में गए तो वहां बदहाल बैरक देखकर उन्हें काफी दुख हुआ। छत उखड़ी हुई थी, चारपाई टूटी हुई थी। उसी दिन गृह विभाग की बैठक बुलाकर उन्होंने हर पुलिस लाइन व थानों में आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। अब जनपद में जो सबसे ऊंची इमारत होगी वह पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के आवास की होगी। इसके साथ ही सभी थानों में पुलिसकर्मियों के आवास की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए कार्यस्थल पर आवास का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक ही स्थान पर सभी सुविधाओं वाला गोरखनाथ थाने जैसा मॉडल अन्य जगहों पर भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी जन्माष्टमी का पर्व उल्लास से मनाते हैं। पहले बारिश में उन्हें दिक्कत होती थी लेकिन ऐसे थाना भवन में कोई परेशानी नहीं होगी।
गोरखनाथ थाना भवन का सीएम ने किया सघन निरीक्षण
लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ थाना भवन का सघन निरीक्षण भी किया। वह भवन के भूतल, प्रथम व द्वितीय तल पर गए और सभी कमरों, हाल, कॉन्फ्रेंस रूम, लॉकअप, बैरक आदि को देखकर वहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। प्रथम तल पर जाकर उन्होंने बाहर सड़क पर खड़े लोगों का हाथ उठाकर अभिवादन भी स्वीकार किया।
कानून व्यवस्था मजबूत करने के रोल मॉडल हैं सीएम योगी
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि कानून व्यवस्था मजबूत करने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी दुनिया के लिए रोल मॉडल हैं। 2017 के पहले यूपी अपराध, दंगों, अराजकता के लिए जाना जाता था। फिल्मों में भी यूपी की यही छवि दिखाई जाती थी। पर योगी जी के सीएम बनने के बाद ये कहानियां समाप्त हो गईं हैं। पुलिस को फ्रीडम देकर उन्होंने कानून व्यवस्था को सुदृढ़ कर दिया है। अपराधी या तो जेल में हैं या यूपी से भाग गए हैं। रविकिशन ने कहा कि आज जब फ्रांस जल रहा है तो वहां के बुद्धिजीवी एक दिन के लिए सीएम योगी की मांग कर रहे हैं। गोरखनाथ थाना भवन की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा थाना पूरे हिंदुस्तान में नहीं है। चुटीले अंदाज में सांसद ने कहा कि यहाँ का लॉकअप देखकर मन करता है कि खुद बंद हो जाएं। उन्होंने इस थाने में फ़िल्म शूटिंग की भी इच्छा व्यक्त की।
यूपी पुलिस को बेहतर बनाने का श्रेय सीएम योगी को : संजय प्रसाद
लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि इस थाने के हर कोने को सीएम योगी के विजन के अनुरूप बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पहले यूपी पुलिस की भर्तियां विवाद के घेरे में होती थीं जबकि सीएम योगी के कार्यकाल में सभी भर्तियां निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से हुईं। प्रमुख सचिव गृह ने कहा कि पुलिसिंग के रिफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के लिए मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में सात प्रमुख शहरों में कमिश्नरेट प्रणाली को लागू किया गया है। इसके बेहतरीन परिणाम आ रहे हैं। आधुनिकीकरण के लिए हर मंडल में फोरेंसिक लैब, हर जिले में साइबर थाना, पीएससी में नई बटालियन, महिला बटालियन, एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस बल में महिलाओं की संख्या ढाई गुना बढ़कर 40 हजार हो गई है। प्रदेश में 250 नए थानों और 196 पुलिस चौकियों की स्वीकृति मिली है। पुलिस का बजट दोगुना हो गया है। 2016-17 में जो बजट 2 करोड़ से कम होता था, आज बढ़कर 6 करोड़ से अधिक हो गया है। सभी थाने सीसीटीवी से लैस हो रहे हैं। सभी तहसीलों में फायर स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। नई पुलिस लाइन व बैरकों का निर्माण हो रहा है। धर्मांतरण, संगठित अपराध व गोवध रोकने को कानूनों को सख्त बनाया गया है। अभियोजन व अपराधियों को सजा दिलाने के मामले में यूपी पूरे देश में पहले स्थान पर है। इन सबका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।
इनकी रही प्रमुख सहभागिता
लोकार्पण समारोह में महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, उर्दू अकादमी के अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा, मुख्यमंत्री के सलाहकार पूर्व अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, एम्स गोरखपुर गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार, एडीजी जोन अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, आईजी जे. रविंद्र गौड़, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण विश्नोई समेत कई पुलिसजन, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।