बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों के हमले में 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 40 से अधिक लोग घायल हैं। लोग रात-रात भर जागकर अपनी और अपने बच्चों की रक्षा कर रहे हैं। आदमखोरों के मुंह खून कुछ इस कदर लगा है कि उनकी भूख शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। ग्रामीणों में दहशत कुछ इस कदर बैठ गई है कि बाहर तो छोड़िए वह अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। अपने हमलों का दायरा ये आदमखोर हर दिन बढ़ा रहे हैं। हरदी और खैरीघाट के बाद अब ये भेड़िए रामगांव में भी पहुंच गए हैं।
इस बीच राहत की खबर ये है कि वन विभाग की टीम ने अब तक चार भेड़ियों को पकड़कर पिंजरे में कैद कर दिया है। अभी भी दो भेड़ियों से 50 गांवों के लोगों में दहशत है। इससे बचने के लिए ग्रामीणों के साथ गांव-गांव लगाए गए कर्मचारी सभी को जागरूक कर रहे हैं और लोगों को घरों के भीतर सोने की हिदायत दे रहे हैं। स्थानीय निवासी अनिकेत सिंह ने बताया कि हम भेड़ियों के आतंक से डरे हुए हैं। चार भेड़िये पकड़े गए हैं और दो भेड़ियों का अभी भी आतंक जारी है। अभी पूरी तरह से खतरा टला नहीं है। हम गांव-गांव जाकर रात-रात भर घुमकर लोगों को जगाते हैं और लोगों को बताते हैं कि खतरा टला नहीं है।
एक कर्मचारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि भेड़िये के हमले की वजह से हमल लोग लोगों को जाने के लिए रात में पहरा दे रहे हैं। हम लोगों को घर के अंदर रहने की हिदायत दे रहे हैं ताकि वे सुरक्षित रहें। हम घर-घर जाकर लोगों से कहते हैं कि अभी खतरा टला नहीं है, घर के भीतर रहे और सुरक्षित रहें। गांव में पहरा दे रहे अन्य कर्मचारियों का कहना है कि घर-घर जाकर हम लोग सभी को घर के अंदर सोने के लिए हिदायत देते हैं। अगर कोई नहीं मानता है तो उसके साथ शक्ति से भी पेश आते हैं। हमें हर हाल में मासूमों और ग्रामीणों की जिंदगी बचानी है।