लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मिशन किसान कल्याण के कार्यक्रम में कहा कि मैं धन्यवाद देता हूं कृषि विभाग को जिन्होंने आज प्रदेश के अधिकांश विकास खंडों में किसानों के कल्याण के लिए चल रही सरकार की योजनाओं को लेकर वृहद आयोजन किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। किसान अगर खुशहाल होगा तो गांव खुशहाल होगा, गांव खुशहाल होगा तो गांव के खुशहाली का मार्ग देश के विकास के लिए समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा।
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसान देश की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बने हैं। गांव के विकास के लिए, महिलाओं के अधिकार के लिए सरकार की नीतियां बननी प्रारंभ हुईं। आज उसी का परिणाम है कि हर एक क्षेत्र में कुछ नया देखने को मिलता है। यूपी सरकार ने अन्नदाता के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की हैं। आज किसानों के लिए ₹20 करोड़ की लागत से एक छात्रावास के शिलान्यास का भी कार्यक्रम कृषि विभाग द्वारा प्रारंभ किया गया है। किसी किसान के उत्पाद पर मंडी शुल्क नहीं लिया जाता है लेकिन मंडी अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा किसान कल्याण के लिए सीधे खर्च करता है। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से वह पैसा किसान कल्याण के लिए ही खर्च होता है।
सीएम योगी ने कहा कि एक किसान द्वारा दो बीघा में स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है। उस किसान ने मात्र छह महीने में इस खेती से ₹14 लाख कमाया है। यदि दो बीघा में खेती की लागत 08 लाख हटा दें तो भी किसान ने ₹06 लाख नेट प्रॉफिट कमाया है। उन्होंने कहा कि मंडियां बंद नहीं होंगी बल्कि मंडियां एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए खड़ी हो रही हैं। जून, 2020 से अब तक एक भी मंडी बंद नहीं हुई। इतना ही नहीं मंडियों को वन नेशन, वन मार्केट की तर्ज पर e-Nam के साथ जोड़ने का कार्य हो रहा है।