लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में लखनऊ में 1,121 अतिरिक्त कोविड बेड उपलब्ध हो गए हैं। प्रत्येक जनपद में चिकित्सा कर्मियों, कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों व ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशी बनी रहे। एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जाए। लखनऊ के KGMU और बलरामपुर चिकित्सालय को डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय बनाया जाए।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों में कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने में हीलाहवाली करने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि डीएम और सीएमओ स्तर से भेजे जा रहे कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने में हीलाहवाली करने वालों के खिलाफ नियमानुसार महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
योगी ने कहा कि एरा मेडिकल कॉलेज, टी.एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज, मेयो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज तथा हिन्द इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज को भी पूरी तरह डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल घोषित करें। योगी ने 2,000 से अधिक ऐक्टिव कोरोना केस वाले जनपदों की चिकित्सा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि 2,000 से अधिक ऐक्टिव कोरोना केस वाले 10 जनपदों- लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, वाराणसी, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, मेरठ, बरेली, झांसी और बलिया में तत्काल प्रभाव से कोरोना कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाकर रात्रि 08 बजे से सुबह 07 बजे तक किया जाए। सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के सम्बन्ध में कण्ट्रोल रूम स्थापित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि ऑक्सीजन तथा रेमडेसिविर के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय तथा मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा निरन्तर समीक्षा की जाए। कोविड मरीजों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।