लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में ऑक्सीजन खरीदने या सिलेंडर रिफिलिंग के लिए डॉक्टर के पर्चे को अनिवार्य कर दिया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने कहा कि घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी पर अंकुश लगाने के लिए यह निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा, “जब हम ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं। बढ़ती मांग को पूरा करना संभव नहीं होगा, अगर लोग किसी आपातकाल की स्थिति में घर पर ऑक्सीजन जमा करना शुरू कर दें। ऑक्सीजन अब केवल तभी बेचा जाएगा जब कोई डॉक्टर के पर्चे प्रस्तुत करेगा, भले ही यह व्हाट्सएप पर है।”
बता दें कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सीएम योगी अब एक्शन में आ गए हैं। कोविड अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के संबंध में अब खुद चिकित्सीय प्रबंधों की समीक्षा करने लगे हैं। जिसके तहत राजधानी के कोविड अस्पतालों में नोडल अफसरों को कैंप करने का आदेश दिया गया है। मुख्यमंत्री का मत है कि कोविड अस्पतालों में नोडल अफसरों के कैंप करने के मरीजों के इलाज को लेकर जरूरी मदद उपलब्ध कराने में तेजी आएगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर जैसी दवाएं हर हाल में उपलब्ध हों, इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। करोना के इलाज में प्रयोग की जाने वाली दवाओं की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने को कहा है। यही नहीं राज्यों से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग अनिवार्य करने तथा सूबे के 72 जिलों में बने 349 क्वारंटाइन सेंटरों की रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री रोज देख रहे हैं।