Uttar Pradesh

प्रभारी अधिकारी डॉ रोशन जैकब द्वारा सीएचसी वार शिक्षकों और डॉक्टरों का विंग बनाया गया

लखनऊ। कोविड प्रबन्धन, होम आइसोलेशन रोगियो का बेहतर फॉलो अप, दवा वितरण व टेस्टिंग की समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से प्रभारी अधिकारी डॉ रोशन जैकब द्वारा सीएचसी वार शिक्षकों और डॉक्टरों का विंग बनाया गया था। जिसके द्वारा पॉजिटिव रोगियों को शिक्षको के द्वारा कॉल करके उनका फॉलो अप और उनको दवा मिली या उनके घर के कोविड लक्षण वाले रोगियों का टेस्ट हुआ या नही एवं क्या उन्हें चिकित्सकीय परामर्श की आवश्यकता है आदि जानकारी हासिल करके एमओआईसी को उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही जिन रोगियों को चिकित्सकीय परामर्श की आवश्यता होती है उनको हैलो डॉक्टर सेवा का नम्बर देकर चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया जाता है। उक्त के सम्बंध में आज प्रभारी अधिकारी द्वारा स्मार्ट सिटी सभागार में समस्त सीएचसी के एमओआईसी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई।

बैठक में प्रभारी अधिकारी द्वारा होम आइसोलेशन रोगियों को की जा रही कालिंग की समीक्षा की गई। संज्ञान में आया कि समुदायिक केंद्र रेड क्रॉस में कोई शिक्षक नही पहुँच जिस कारण वहां से कॉलिंग नही की जा सकी। जिसके लिए प्रभारी अधिकारी द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि शिक्षकों के प्रभारी को तत्काल नोटिस जारी किया जाए। होम आइसोलेशन प्रभारी द्वारा बताया गया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी से कुल 160 शिक्षकों की मांग की गई थी जिसके सापेक्ष केवल 80 शिक्षक ही सीएचसी वार पहुँचे। जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई और बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि ड्यूटी पर न आने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए।

इंट्रीग्रेटेड कोविड कन्ट्रोल रूम द्वारा 242 लोगो से कॉल करके फीड बैक लिया गया जिसमें चिनहट, अलीगंज, इंद्रानगर के रोगियों को दवा नही मिली। जिसकी सूची एमओआईसी को उपलब्ध करा दीगई है। जिसके सम्बन्ध में निर्देश दिया कि तत्काल दवा न मिलने वाले रोगियों को आरआरटी के माध्यम से दवा पहुँचाना सुनिश्चित कराया जाए। प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रति सीएचसी वार 10-10 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने बताया कि रोगियों को चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 219 डॉक्टरों को हैलो डॉक्टर सेवा में लगाया गया है। प्रभारी अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि डॉक्टरों और शिक्षकों की कॉल की मॉनिटरिंग एमओआईसी के द्वारा की जाए और रोगियों को कॉल करके क्रास वेरिफाई किया जाए कि उनकी समस्या का निस्तारण हुआ है या नही।

प्रभारी अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि शत प्रतिशत होम आइसोलेशन रोगियों को दवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराया जाए। साथ ही पाजीटिव रोगियों के साथ साथ कोविड लक्षण वाले लोगो को भी दवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराया जाए, दवा की बिल्कुल भी कमी नही है सभी सीएचसी पर दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। साथ ही निर्देश दिया कि एमओआईसी के द्वारा निरन्तर आरआरटी टीमो की मॉनिटरिंग की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि आरआरटी के द्वारा सही प्रकार से कार्य किया जा रहा है या नही।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH