लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना पर काबू पाने के लिए सीएम योगी अधिकारियों को लगातार निर्देश दे रहे हैं। इतना ही नहीं वो खुद भी एक के बाद एक तमाम जिलों के दौरे कर वहां की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। सीएम योगी की इसी मुस्तैदी का असर है कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। प्रदेश में बीते दस दिन में करीब 94 हजार एक्टिव केस कम हो गए हैं। 30 अप्रैल को प्रदेश में करीब तीन लाख दस हजार एक्टिव केस थे। अब यह घटकर करीब दो लाख 16 हजार हैं। बीते 24 घंटे में भी प्रदेश में नए संक्रमित केस 21 हजार से हैं और इस दौरान करीब 29 हजार लोग कोरोना से ठीक हुए हैं।
In #India's 🇮🇳 most populous state Uttar Pradesh, the state gov. has initiated house-to-house active case finding of #COVID19 in rural areas to contain transmission by testing people with symptoms for rapid isolation, disease management & contact tracing
👉https://t.co/pbDi98UByQ pic.twitter.com/7H2yXcU0if— World Health Organization (WHO) (@WHO) May 10, 2021
बता दें कि रविवार को प्रदेश में 214977 नमूनों की जांच की गई। इसमें से 1.12 लाख नमूने आरटीपीसीआर तकनीक से जांच की गई। अब तक प्रदेश में 4.31 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी हैं। वर्तमान में 225271 एक्टिव मरीजों में से 166170 लोग होम आइसोलेशन में हैं। अन्य मरीज सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन चल रहा है। अब तक 1,09,39,775 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से 27,85,013 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इस प्रकार कुल 1,37,24,788 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है।
97 हजार राजस्व गाँवों में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। गाँव में निगरानी समिति के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों की आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होमआइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों में आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है।
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के फार्मूला पर काम करने के प्रयास की तारीफ की है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने गांव में भी जाकर घर-घर लोगों का परीक्षण किया है।