लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में कोरोना के खात्में के लिए थ्री टी के फ़ार्मूले पर काम कर रही है। थ्री टी यानी टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट। ये सीएम योगी की थ्री टी नीति का ही असर है कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के दो जिले ऐसे निकलकर आयें हैं, जिनमें एक भी कोरोना का मामला नहीं है। 16 जिले ऐसे हैं जहां सिंगल डिजिट में केस आये हैं। लगभग 53 जिले ऐसे हैं जिनमें 2 डिजिट में केस हैं केवल 4 जिले ऐसे हैं, जिनमें 3 डिजिट के कोरोना के नये मामले आये हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पाॅजिविटी दर अब 1 प्रतिशत से भी कम हो गयी है। प्रदेश में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक हो गयी है। प्रदेश सरकार 1 जून से टीकाकरण का एक बहुत बड़ा अभियान चलाने जा रही है। इसके तहत जून में 1 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
जून महीने से राज्य के सभी 75 ज़िलों में टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा। हर ज़िले में पत्रकारों, शिक्षकों और कचहरी में काम करने वाले लोगों के लिए अलग से वैक्सीन सेंटर बनेगा। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को भी प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश से कोरोना को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प ले चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी खुद कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए चलाए जा रहे एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट अभियान का स्थलीय निरीक्षण कर रहे है। मुख्यमंत्री द्वारा गांव-गांव जाकर कोविड-19 के अभियान को देखने के साथ साथ जनपदीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की जा रही है। अब तक सीएम योगी ने 40 से अधिक जिलों में कोविड प्रबंधन की समीक्षा की है।