लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए यूपी सरकार द्वारा संचालित ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के तहत अभी तक जनपद गोरखपुर के 174 बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने अपने अभिभावकों को खोया है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित बच्चों की परवरिश के लिए ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के अन्तर्गत लीगल गार्जियन को बच्चे की उम्र 18 वर्ष होने तक प्रति माह ₹4,000 देने की व्यवस्था की गई है। जिन बच्चों ने कोरोना के चलते अपने माता-पिता या घर के कमाऊ सदस्य को खोया है, उनके पालन-पोषण व पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी यूपी सरकार उठाएगी। इन बच्चों के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने कई प्रावधान किए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि इसके अन्तर्गत बच्चे की 23 वर्ष आयु होने पर ₹10 लाख दिए जाएंगे। कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जाएगा। इसके लिए पूरे प्रदेश में ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ को व्यापक स्तर पर प्रारम्भ किया गया है। बाल संरक्षण गृह में रहने वाले बच्चों के लिए केन्द्र व यूपी सरकार द्वारा प्रतिमाह ₹2,000 दिए जा रहे हैं। भारत सरकार ने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए ‘पी.एम. केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत कोष की व्यवस्था की है।