लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित जेल वॉर्डर, फायरमैन एवं घुड़सवार पुलिस के पदों की भर्ती परिणाम के फलस्वरूप आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में नवचयनित 5,805 अभ्यर्थियों को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। सीएम योगी ने कहा कि पिछले सवा चार वर्ष के दौरान पुलिस भर्ती या कारागार विभाग से जुड़ी जितनी भी भर्तियां हुईं उन्हें पारदर्शी और पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया गया। हम लोगों ने सवा चार वर्ष के दौरान 1.5 लाख से अधिक पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को संपन्न किया है। प्रदेश सरकार ने 1.5 लाख पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार या किसी अन्य प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि पारदर्शी प्रक्रिया की सबसे अच्छी बात है कि अभ्यर्थियों का चयन प्रदेश के हर एक जनपद से हुआ है। कोविड प्रोटोकॉल के कारण हम एक साथ 5,805 अभ्यर्थियों को नहीं बुला सकते, इसलिए आसपास के जनपद के अभ्यर्थियों को ही बुलाया गया है। यह टीम वर्क है। पुलिस के महानिदेशक स्तर से लेकर के एक आरक्षी तक, शासन-प्रशासन में बैठे हर एक स्तर के व्यक्ति का सामूहिक प्रयास रहा है जिसके कारण प्रदेश के इस परसेप्शन को बदलने में हमें सफलता प्राप्त हुई। पिछले सवा चार वर्षों में बहुत कुछ बदला है। प्रदेश में एक नयापन देखने को मिला है। प्रदेश के बारे में कहा जाता था कि यहां पथ-पथ पर भ्रष्टाचार, अराजकता और गुंडागर्दी थी, लेकिन 2017 के बाद यह बदलता हुआ दिखाई दिया।
उन्होंने कहा कि पिछले सवा चार वर्षों के दौरान हमने सवा 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी। वहीं, इससे कई गुना लोगों को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। निजी निवेश से प्रदेश में 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिला। हमने जब पहला इन्वेस्टर समिट फरवरी 2018 में किया था, उसमें हमें ₹4.5 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ। इसमें से अधिकांश को लागू करने के परिणामस्वरूप निजी क्षेत्र में भी बहुत से रोजगार के अवसर प्रदेश के युवाओं को प्राप्त हुए: मुझे प्रसन्नता है कि जेल वॉर्डर में 20 फीसदी महिलाओं की नियुक्ति हुई है। आरक्षी घुड़सवार का पूरा का पूरा ग्रुप ही लुप्त होता जा रहा था। लेकिन इस बार आरक्षी घुड़सवार की भी भर्ती की गई है और अच्छे नौजवान उसमें आए हैं।