लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं कि पूरी दुनिया पिछले 16-17 महीनों से इस सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है। कोरोना महामारी से बचाव के संबंध में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने समय-समय पर अपने संबोधन के माध्यम से मार्गदर्शन दिया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत इस सदी की सबसे बड़ी महामारी के खिलाफ पूरी प्रतिबद्धता के साथ सफलतापूर्वक मुकाबला कर रहा है। लेकिन महामारी से बचाव के तमाम उपाय व उपचार के बावजूद बहुत से लोगों को अपने प्रियजनों को खोना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लैब बनाई गईं, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया। आज चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के पास 1.50 लाख से अधिक बेड्स हैं। जब मार्च, 2020 में प्रदेश में कोरोना का पहला मरीज सामने आया था, तब हमारे पास टेस्ट की क्षमता नहीं थी, हमें जांच के लिए सैंपल पुणे भेजना पड़ा था। आज यही उत्तर प्रदेश 04 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता रखता है। सीएम योगी ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के तहत 4,050 बच्चों के लिए आज मा. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी के कर कमलों से प्रत्येक माह ₹4,000 की आर्थिक सहायता मुहैया कराने के कार्य का शुभारंभ किया गया है। प्रदेश में 240 ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने कोरोना कालखंड में अपने माता-पिता दोनों को खोया है। 3,810 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने अपने माता या पिता या लीगल अभिभावक को खोया है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने खासतौर से उन बच्चों के लिए स्कीम लागू करने को कहा जिन्होंने कोरोना कालखंड में अपने माता-पिता या लीगल अभिभावक को खोया है। किसी भी कारण निराश्रित हुए बच्चों के लिए प्रदेश के 18 कमिश्नरी में अटल आवासीय विद्यालय निर्माणाधीन हैं। बच्चों की देखभाल, अत्याधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराने व उनकी स्किल डेवलपमेंट को तेज करने के लिए 18 अटल आवासीय विद्यालय प्रारंभ करने जा रहे हैं। निराश्रित बालिकाएं जो शादी योग्य हो चुकी हैं, उन्हें ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के तहत यूपी सरकार अपनी निधि से शादी के लिए ₹1.01 लाख उपलब्ध कराएगी। प्रधानमंत्री जी ने प्रभावित बच्चों के सहयोग व सशक्तीकरण के लिए PM CARES For Children योजना की घोषणा की है। इस बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश शीघ्र आने वाले हैं। PM cares के सहयोग से भी हम बच्चों को आच्छादित करने की कार्ययोजना को आगे बढ़ा पाएंगे।