लखनऊ। भारतीय किसान मंच ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को बड़े हर्षोल्लास के साथ आलमबाग स्थित संगठन के मुख्यालय पर मनाया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती पारुल भार्गव जी द्वारा ध्वजारोहण किया गया। श्रीमती पारुल भार्गव जी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारत के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला… उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले महापुरुषों को नमन किया एवं उनके बलिदान को व्यर्थ न जाने दिया जाए इस बात पर विशेष जोर दिया।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के रंगों पर चर्चा करते हुए, उन्होंने देश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि तिरंगे में प्रदर्शित हरा रंग प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ भारतीय कृषि का ही द्वेतक है। 15 अगस्त 1947 का आज़ाद सबेरा अद्भुत था। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों कि पूरा देश इस अद्भुत दृश्य को अपनी आँखों में सदा सदा के लिए संजोये रखना चाहता था और इसकी झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिलती थी। 200 वर्षों की गुलामी एवं अनगिनत कुर्बानियों के बाद हम स्वतंत्र हुए थे। स्वतंत्र भारत का प्रथम सूर्य हमारे लिए अविस्मरणीय है। उन्होंने भारतवासियों का आवाहन करते हुए कहा कि यदि भारत को सशक्त बनाना है तो संगठित हो कर कार्य करना होगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राम नरेश “नेताजी” ने मुख्यालय पर वक्तव्य देते हुए सभी को हार्दिक बधाई दी एवं सबका वन्दन अभिनंदन किया। अमृत महोत्सव की पावन वेला पर 15 अगस्त 1947 के स्वतंत्र भारत के अविस्मरणीय पलों को याद किया। समारोह में चौधरी अनिल कुमार राज “प्रिंसराज”(वरिष्ठ उपाध्यक्ष), मो.इमरान(प्रदेश संगठन मंत्री), संदीप कुमार भारती(प्रदेश सचिव), अनमोल प्रजापति(वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष, लखनऊ), सौरभ यादव(जिला प्रधान महासचिव, लखनऊ), अजय कुमार(जिला सचिव, लखनऊ), श्रीमती मौमिता दास गुप्ता(मुख्य प्रशासिका, इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ़ पैरामेडिकल साइन्सेज़), अलका त्रिवेदी(प्रवक्ता), अनंत विजय, नेहा सक्सेना, निहारिका श्रीवास्तव, राखी गुप्ता, काजल शर्मा, श्रीप्रकाश शुक्ला, आशीष कुमार, सर्वेश, प्रशांत मौर्या, सत्यप्रकाश आदि उपस्थित रहे।